नई दिल्ली/गाजियाबाद: ठंड का मौसम नजदीक आते ही गाजियाबाद की हवा में प्रदूषण के साथ-साथ धुंध घुलना शुरू हो गया है. जिला प्रशासन द्वारा प्रदूषण की रोकथाम के लिए तमाम कदम तो उठाए जा रहे हैं, लेकिन प्रदूषण स्तर में कोई खासा गिरावट नही देखने को मिल रही है. लगातार बढ़ रहे प्रदूषण स्तर के चलते लोगों को स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
दिल्ली-एनसीआर में दम घोंटती हवा ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है. गाजियाबाद में भी प्रदूषण का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों की माने तो आज गाज़ियाबाद का प्रदूषण स्तर 474 AQI दर्ज किया गया है. जो कि गंभीर श्रेणी में है. बीते कई दिनों से गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर गंभीर श्रेणी में चल रहा है.
एक नजर गाजियाबाद के प्रदूषण स्तर पर
- इंदिरापुरम: 478
- संजय नगर: 468
- लोनी: 476
- वसुंधरा: N/A
सीपीसीबी द्वारा जारी किए गए आंकड़ों की मानें तो आज गाजियाबाद में इंदिरापुरम सबसे प्रदूषित क्षेत्र है. इंदिरापुरम का एयर क्वालिटी इंडेक्स 478 एक्सयूआई दर्ज किया गया. हालांकि जिला प्रशासन द्वारा लगातार प्रदूषण फैला रही इकाइयों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है, लेकिन गाजियाबाद में प्रदूषण का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है.
कैसे तय होती है AQI की श्रेणी
एयर क्वालिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 400-500 को 'गंभीर' और 500 से ऊपर एयर क्वालिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है.