नई दिल्ली/गाजियाबाद: मौसम के बदलते मिजाज़ के साथ-साथ गाज़ियाबाद की हवा का मिजाज़ भी बदल रहा है. दिल्ली-एनसीआर से सटे पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की घटनाएं सामने आ रही हैं. जिसकी वजह से प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स खराब श्रेणी में दर्ज किया गया है.
खराब श्रेणी में दर्ज एयर क्वालिटी
गाज़ियाबाद में प्रदूषण ने एक बार फिर कहर बरपाना शुरू कर दिया है. गाज़ियाबाद की वायु गुणवत्ता आज सुबह 10 बजे खराब श्रेणी में दर्ज की गई है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार गाज़ियाबाद में सुबह 10 बजे एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 258 रहा, जो 'खराब श्रेणी' आता है.
एयर क्वालिटी इंडेक्स 289 तक दर्ज
गाजियाबाद के लोनी इलाके के प्रदूषण स्तर की बात करें तो यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स जनपद में सबसे अधिक दर्ज किया गया है. लोनी का एयर क्वालिटी इंडेक्स 289 दर्ज किया गया है जो कि 'अत्यंत खराब' श्रेणी के बेहद करीब है.
एक नज़र ग़ाज़ियाबाद के प्रदूषण स्तर पर:
- इंदिरापुरम, गाजियाबाद: 250
- वसुंधरा, गाजियाबाद: 264
- संजय नगर, गाजियाबाद: 230
- लोनी, गाजियाबाद: 289
प्रदूषण स्तर में हुई थोड़ी बहुत गिरावट
बता दें कि शुक्रवार की तुलना में शनिवार को प्रदूषण स्तर में थोड़ी बहुत गिरावट जरूर देखने को मिली है. लेकिन अभी भी गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर अप श्रेणी में बरकरार है. विशेषज्ञों की माने तो ठंड बढ़ने के साथ एयर क्वालिटी इंडेक्स में इजाफा हो सकती है.
अच्छी श्रेणी का एयर क्वालिटी इंडेक्स
एयर क्वालिटी इंडेक्स (एकयूआई) जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 400-500 को 'गंभीर' और 500 से ऊपर एयर क्वालिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है.