नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में एक ओर जहां गाजियाबाद पुलिस लगातार एनकाउंटर कर अपराधियों का मनोबल तोड़ने में जुटी है. वहीं कुछ चुनिंदा पुलिसकर्मी गाजियाबाद पुलिस के अच्छे कामों पर पलीता लगा रहे हैं.
पिछले 1 हफ्ते के अंदर गाजियाबाद पुलिस पर दो गंभीर आरोप लगे हैं. जिस वजह से पुलिस की छवि धूमिल हुई है.
धूमिल हो रही छवि
गाजियाबाद पुलिस कप्तान सुधीर कुमार सिंह के कुर्सी संभालने के बाद से ही जिले में एनकाउंटर का दौर जारी है. लेकिन पुलिस की इस उपलब्धि पर कुछ गिने-चुने पुलिसकर्मी ही कीचड़ उछाल रहे हैं.
अवैध वसूली की, हुआ निलंबन
अभी कुछ दिन पहले ही लोनी थाना प्रभारी संजय पांडे को अवैध वसूली के कारण निलंबित किया गया था.
'शादी का झांसा दे किया शोषण'
वहीं मोदीनगर के एक दरोगा पर भी एसएसपी ने जांच बैठाई है. दरोगा पर आरोप है कि एक महिला कॉन्स्टेबल को शादी का झांसा देकर दरोगा ने उसका शारीरिक शोषण किया है.
पहले पहल तो इस मामले को थाने स्तर पर ही दबाया गया. लेकिन जब पीड़िता ने इसकी शिकायत एसएसपी सुधीर कुमार से कर दी तो उन्होंने आरोपित दरोगा को सस्पेंड करके मामले की जांच शुरू कर दी है.
'...तो की जाएगी सख्त कार्रवाई'
गाजियाबाद पुलिस ने पिछले 1 महीने के अंदर 20 से भी ज्यादा एनकाउंटर किए हैं. लेकिन पुलिस के गुड वर्क पर कुछ पुलिसकर्मी ही पलीता लगा रहे हैं.
हालांकि एसएसपी ने साफ कहा है कि अगर कोई भी पुलिसकर्मी किसी मामले में शामिल पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.