नई दिल्ली/गाजियाबाद: मुरादनगर थाना पुलिस (illegal arms manufacturing factory) और क्राइम ब्रांच पुलिस ने अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ (ghaziabad illegal arms manufacturing factory) कर पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. साथ ही पुलिस ने जांच के दौरान बड़ी संख्या में अधबने अवैध हथियार भी बरामद किये हैं. साथ ही पुलिका खुलासा है कि यूपी चुनाव से पहले अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त में बढ़ोतरी हुई है.
जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने जिन पांच हथियार तस्करों को पकड़ा है, उनके नाम अमन, नूर हसन, सलमान, सोहेल और यूसुफ है. आरोपियों में सलमान और सोहेल अवैध हथियारों की बिक्री के मुख्य सूत्रधार हैं. बताया जा रहा है कि यही दोनों मेरठ में बनने वाले अवैध हथियारों को गाजियाबाद लाते थे और यहां पर उनकी फिनिशिंग का वर्क होता था. इसके बाद उनकी सप्लाई पूरे प्रदेश और दिल्ली एनसीआर में होती थी. पुलिस ने यह भी बताया है कि अवैध हथियारों की एक फैक्ट्री पूर्व में मेरठ में भी चल रही थी, जो किराए के मकान में चल रही थी, लेकिन वह फैक्ट्री कुछ समय पहले बंद हो गई थी. इसके बाद दूसरी फैक्ट्री में काम चल रहा था. अवैध हथियारों में पिस्टल, तमंचा और बंदूक सभी शामिल हैं. इसके अलावा 315 बोर और 12 बोर और 32 बोर के कारतूस भी मेरठ से ही गाजियाबाद में लाए जाते हैं और यहां से आगे सप्लाई होते हैं.
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आरोपी से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि चुनावी माहौल में अवैध हथियारों की भारी मांग है. इसके चलते अवैध हथियारों को बनाने का काम तेजी से किया जा रहा है. इसमें ज्यादा ज्यादा लोगों को जोड़ा जा रहा है. यही वजह है कि 5 आरोपियों के पकड़े जाने के बावजूद मामले में चार आरोपी अभी भी फरार हैं, जिनकी तलाश पुलिस कर रही है. आरोपियों से जो माल बरामदगी हुई है, उसमें अवैध हथियारों के अलावा हथियार बनाने का सामान भी शामिल है. पुलिस इसे बड़ी कामयाबी मान रही है. चुनाव से पहले अवैध हथियार तस्करों की एक बड़ी साजिश पुलिस ने नाकाम कर डाली है.
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