नई दिल्ली : गाजियाबाद कॉल सेंटर के माध्यम से ठगी करने का मामला सामने आया है. इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. फाइनेंशियल कंडीशन खराब होने के चलते पति-पत्नी ने ठगी का बिजनेस शुरू किया था. कॉल सेंटर दिल्ली के लक्ष्मीनगर से चलाया जा रहा था. ये गैंग अब अब तक करोड़ों की ठगी कर चुका है. बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है. पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है.
गाजियाबाद साइबर सेल (Ghaziabad Cyber Cell) ने धीरज तंवर और हुमा खान नामक आरोपी को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा इनका साथी अक्षय भी गिरफ्तार किया गया है, जो शाहदरा का रहने वाला है. यह तीनों मिलकर लक्ष्मीनगर (Laxmi Nagar Delhi) के फर्जी कॉल सेंटर के लिए काम करते थे. इनमें हुमा खान का काम यह था कि वह अपनी एक सहेली के साथ मिलकर लोगों के पॉलिसी और पासबुक जैसे दस्तावेजों का डाटा तैयार करती थी. इसके बाद लोगों को फोन करके जाल में फंसाया जाता था. उनकी पॉलिसी मैच्योर (Policy Mature) होने के नाम पर उनके अकाउंट की डिटेल ली जाती थी या फिर रुपये ट्रांसफर करवा लिए जाते थे.
आरोपी खुद को बीमा नियामक विकास प्राधिकरण (IRDA) और बड़े बैंक के अधिकारी बताते थे. कई बार आरोपी महिला ने खुद को वित्त मंत्रालय से भी बताया था. पति और पत्नी का इसमें 20 परसेंट का कमीशन होता था और बाकी का एमाउंट कॉल सेंटर को दे दिया जाता था. इनके पास से अभी कुछ पासबुक बरामद हुई है, जिसमें से एक पासबुक में तीन करोड़ रुपये की ठगी की बात सामने आई है. ठगी के रुपयों से आरोपियों ने हाल ही में एक लग्जरी कार खरीदी थी, जिसे बरामद कर लिया गया है.
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वहीं, इस मामले में पुलिस का कहना है कि लक्ष्मी नगर में फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाले कुछ आरोपी अब भी फरार है. फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है. बाकी की पासबुक भी पुलिस खंगाल रही है, जिससे बड़े लेन-देन की बात सामने आ सकती है.