नई दिल्ली/गाजियाबाद: बीते 8 दिनों से गाजियाबाद जिला मुख्यालय के बाहर गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन के पदाधिकारी और अभिभावक अपनी 5 सूत्रीय मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे थे. वहीं बुधवार को पुलिस और प्रशासन की टीम ने धरना स्थल से सभी प्रदर्शनकारियों को उठा दिया है. सभी को होम आइसोलेट करने की बात कही गई है.
मंगलवार को गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने जिला प्रशासन को मांगे पूरी करने के लिए 24 घंटे का समय दिया था. साथ ही एसोसिएशन द्वारा जिला प्रशासन को चेतावनी दी गई थी कि अगर बुधवार दोपहर 12 बजे तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती हैं, तो वह जिले में चक्का जाम करेंगे.
गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की भूख हड़ताल और धरने के दौरान कई विपक्षी पार्टियों, सामाजिक संगठन, किसान यूनियन, व्यापार संगठन समेत कई रेसिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा समर्थन किया गया था. एसोसिएशन द्वारा आह्वान किया गया था कि जिन लोगों ने इस भूख हड़ताल और धरने प्रदर्शन के दौरान उनका समर्थन किया है, वो बुधवार दोपहर 12 बजे धरना स्थल पर पहुंचे.
सीओ सेकंड पाए गए कोरोना पॉजिटिव
मुख्य चिकित्सा अधिकारी नरेंद्र कुमार गुप्ता द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार पेरेंट्स एसोसिएशन के धरने में सीओ सेकंड ज्ञापन लेने के लिए गए थे, जिनकी कोरोना वायरस रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. सीएमओ द्वारा धरना स्थल पर जो लोग मौजूद थे, उन सभी को तत्काल प्रभाव से होम आइसोलेशन में जाने और कोविड-19 का टेस्ट कराने की सलाह दी गई थी.
144 और 188 के तहत मुकदमा दर्ज
अपर जिला अधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि इस समय देश कोविड-19 वैश्विक महामारी से जूझ रहा है. कल सीओ सेकंड अवनीश कुमार गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन के धरने में ज्ञापन लेने पहुंचे थे, जोकि कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. धरना स्थल को सैनिटाइजेशन कराकर संक्रमण मुक्त कराया गया है. साथ ही धरना स्थल पर मौजूद तमाम लोगों का कोरोना का टेस्ट भी कराया जाएगा. साथ ही इन तमाम लोगों के खिलाफ 144 और 188 के तहत मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा.