नई दिल्ली/गाजियाबाद: अर्थला झील की सफाई को लेकर गाजियाबाद नगर निगम काफी गंभीर नजर आ रहा है. शुक्रवार को नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ झील और उसके आसपास के क्षेत्र का जायजा लिया. उनका कहना है कि झील की सफाई नगर निगम की प्राथमिकता है. नगर आयुक्त ने खुद झील के पानी की क्वालिटी को चेक किया.
नगर आयुक्त ने साथ ही झील के आसपास के क्षेत्र में बसे हुए अवैध निर्माण को लेकर भी दिशा-निर्देश दिए हैं. आपको बता दें कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) का आदेश है कि झील को उसके सही स्वरूप में लाया जाए, जिसकी कवायद को नगर आयुक्त ने काफी तेज कर दिया है. झील पर हुए अवैध निर्माण की वजह से पूर्व में झील की सूरत बिगाड़ दी गई थी.
झील के पास बसा अवैध इलाका
बीते सालों में झील के पास बसे अवैध इलाके को बसाने वाले भूमाफिया के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हुई थी. कुछ लोग जेल भी गए थे. यही नहीं पूरे इलाके में अवैध निर्माण को हटाने के लिए प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी. अभी भी कई अवैध मकान झील के पास मौजूद हैं. इसकी वजह से झील का स्वरूप बिगड़ गया. इसलिए नगर आयुक्त इसको लेकर काफी संजीदा है.
गाजियाबाद का पर्यटन स्थल
अर्थला के पास की झील गाजियाबाद के लोगों के पर्यटन का एक अच्छा स्थल है. इसके पास में इंदिरा प्रियदर्शनी पार्क भी है. झील का पानी काफी ज्यादा दूषित हो गया और इसका सही स्वरूप बिगड़ जाने की वजह से इस पर्यटन स्थल की सूरत बिगड़ गई. हालांकि, जिस तरह से गंभीरता अब नगर निगम दिखा रहा है, उससे लगता है कि आने वाले वक्त में जल्द लोग साफ-सुथरी, स्वच्छ और सही स्वरूप वाली झील का दीदार कर पाएंगे.