नई दिल्ली/गाजियाबाद: मुरादनगर के श्मशान घाट हादसे में तकरीबन 25 लोगों की जान चली गई थी. जिनमें कुछ ऐसे भी थे, जो अपने घर का इकलौते सहारा थे. ऐसे में अब उनके घर का चिराग बुझ गया है. घटना से आहत होकर मृतकों के परिजनों ने आज मुरादनगर में NH-58 को जाम कर दिया है.
हाईवे पर बॉडी रखकर प्रदर्शन
नैनीताल से आए मृतकों के परिजन अशोक राजपूत ने बताया कि उन्होंने हाईवे पर एक ही परिवार के तीन सदस्यों की बॉडी रखी हुई है. जिनमें चाचा, भतीजे सहित बुआ के बेटे जिसका नाम नितिन है उसकी बॉडी रखी हुई है.
नगर पालिका के अधिकारी खिलाफ हो सख्त कार्रवाई
मृतकों के परिजनों का कहना है कि श्मशान घाट में नगर पालिका परिषद द्वारा निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया था. इस मामले के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए और मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा मिलना चाहिए. घटना से आहत होकर मृतकों के परिजनों ने आज मुरादनगर में NH-58 पर एक ही परिवार के तीन मृतकों की डेड बॉडी रखकर जाम लगा दिया था. जिसको अब प्रशासन के आश्वासन के बाद खोल दिया गया है.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में एसपी ग्रामीण ईराज राजा ने बताया कि मृतकों के परिजनों की मांग की कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और परिजनों को उचित मुआवजा मिले. इस पूरे मामले को लेकर अब जिला प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है. और शासन से उचित मुआवजा दिलाने की बात रखी है. जिसके आश्वासन के बाद मृतक के परिजनों ने NH-58 थे बॉडी को हटा लिया है. हालांकि दुसरे पीड़ितों ने एक बार फिर सड़क पर लाश को रखकर दोबारा जाम लगा दिया.