नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे जनपद गाजियाबाद के राज नगर एक्सटेंशन इलाके के रहने वाले बिल्डर विक्रम त्यागी के अपहरण मामले की जांच STF को सौंप दी गई है. आपको बता दें कि बीती 26 जून से कारोबारी विक्रम त्यागी संदिग्ध हालत लापता हो गया था. परिवार ने अपहरण की आशंका भी जाहिर की है, और इस विषय में परिवार के सदस्य कई बार अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर काट चुके हैं.
बता दें कि विक्रम त्यागी की कार उनके अगवा होने के 2 दिन बाद मुजफ्फरनगर से लावारिस हालत में बरामद कर ली गई थी, लेकिन विक्रम का अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है. देखना ये होगा कि एसटीएफ इस मामले में कब तक विक्रम को तलाश पाती है.
विक्रम के इलाके में रोष
लापता कारोबारी विक्रम का सुराग इतने दिन बाद भी नहीं लगा है. जिसके चलते राजनगर एक्सटेंशन के लोगों में काफी ज्यादा गुस्सा देखने को मिल रहा है. एसएसपी ऑफिस पर जाकर लोगों ने अपना विरोध जाहिर किया था. उनका कहना है कि जब विक्रम त्यागी जैसे बड़े कारोबारी गाजियाबाद में सुरक्षित नहीं हैं, तो रोड पर चलने वाले आम आदमी की सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन लेगा. विक्रम त्यागी को गाड़ी समेत अगवा कर लिया जाता है लेकिन पुलिस अभी तक अंधेरे में तीर चला रही है.
पुलिस की नाकामी उजागर
मामले में पुलिस की नाकामी पूरी तरह से उजागर हो गई है. गाजियाबाद से विक्रम की गाड़ी मुजफ्फरनगर तक पहुंच गई. लेकिन किसी भी चेकिंग पॉइंट पर पुलिस कुछ नहीं कर पाई. ऐसे में सवाल यही है कि क्या अपहरणकर्ताओं के लिए गाजियाबाद सॉफ्ट टारगेट बनता जा रहा है?