नई दिल्ली/गाजियाबाद : आज मुस्लिम समुदाय के रमजान उल मुबारक के पाक महीने की आखिरी जुमे की नमाज है, जिसे अलविदा का जुमा भी कहा जाता है. ईद के त्योहार से पहले पड़ने वाले जुमा अलविदा जुमा होता है. अलविदा जुमे पर मुस्लिम समुदाय के लोग मस्जिदों में जाकर नमाज अदा करते हैं. मुस्लिम समुदाय में अलविदा जुमे का खासा महत्व है. अलविदा जुम्मे को लेकर धर्मगुरुओं ने मुस्लिम समुदाय से अपील की है.
गाजियाबाद के शहर इमाम मोहम्मद जमीर बेग कासमी ने अपील की है कि रमजान के आखिरी यानी अलविदा जुमे की नमाज सभी लोग इत्मीनान के साथ अदा करें. जुमे की नमाज के दौरान भाईचारे का ख्याल रखें. सभी लोग आपसी भाईचारे के साथ अलविदा जुमे की नमाज अदा करें. कोई भी किसी तरह की अफवाह न फैलाएं. यदि किसी प्रकार की कोई अफवाह फैला हुआ नजर आता है तो जिम्मेदार लोगों के ज़रिए उनकी इत्तला पुलिस प्रशासन को तुरंत दे.
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ज़मीर बेग कासमी ने कहा केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना को मद्देनजर रखते हुए जो गाइडलाइन जारी की गई है उसका अलविदा जुमे की नमाज के दौरान विशेष ख्याल रखें. नमाज अदा करने के दौरान मास्क का इस्तेमाल करें. हमारे मुल्क की सदियों पुरानी पहचान गंगा जमुनी तहजीब को आगे बढ़ाते हुए त्यौहार मनाए.