नई दिल्ली: कृषि कानूनों की वापसी और न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी की मांग को लेकर पिछले नौ महीने से अधिक समय से दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर किसानों का आंदोलन जारी है. संयुक्त किसान मोर्चे के बैनर तले 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर के जीआईसी ग्राउंड में महापंचायत होगी. मुज़फ्फरनगर में होने वाले किसान महापंचायत में मोर्चा पूरी ताकत झोंकने की तैयारी में जुटा है.
मुज़फ्फरनगर किसान नेता राकेश टिकैत का गृह जिला है. ऐसे में टिकैत उत्तर प्रदेश पंजाब, हरियाणा और उत्तराखंड से किसानों के जत्थे जुटाने के लिये लगातार दौरे कर रहे हैं. इसी क्रम किसान नेता राकेश टिकैत सोमवार को गाजियाबाद के लोनी के पचायरा गांव पहुंचे. उन्होंने मंडोला और मीरपुर गांव में भूमि अधिग्रहण का विरोध कर रहे किसानों का समर्थन किया और मुजफ्फरनगर में 5 सितंबर को होने वाली किसान महापंचायत के लिए जन समर्थन मांगा.
इस दौरान किसान नेता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आगामी 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में होने वाली महापंचायत में तय होगा कि देश बिकने से कैसे बचेगा. सेल फ़ॉर इंडिया का जो बोर्ड लगा है, वो कैसे हटेगा. टिकैत ने कहा कि आगामी महापंचायत में लोनी से भरपूर समर्थन मिलेगा.
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