नई दिल्ली/गाजियाबाद: नए कृषि कानूनों की वापसी और न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी की मांग को लेकर दिल्ली के विभिन्न बॉर्डर पर बैठे किसानों को आज 6 महीने पूरे हो गए हैं, जिसको लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने आज किसानों से अपने घरों, वाहनों और चौराहों पर काले झंडे लगाते हुए काला दिवस मनाने की अपील की है, जिसके तहत मोदीनगर क्षेत्र के किसानों ने अपने घरों और वाहनों पर काले झंडे लगाकर काला दिवस मनाया.
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जारी है किसानों का आंदोलन
भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के भोजपुर ब्लॉक अध्यक्ष कुलदीप त्यागी का कहना है कि 26 मई को संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर सरकार की ओर से लाए गए किसान विरोधी तीन कृषि कानून को हटाने के मांग के साथ दिल्ली के विभिन्न बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन जारी है, जिसको आज 6 महीने पूरे हो रहे हैं.
इस आंदोलन में तकरीबन 450 किसान शहीद हुए हैं, लेकिन सरकार ने अभी तक ना ही किसानों की मांगें मानी हैं और न इन शहीद किसानों की सुध लेते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है, इसीलिए आज किसानों द्वारा अपने घरों और वाहनों पर काले झंडे लगाकर काला दिवस मना कर सरकार का विरोध किया जा रहा है.
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काले झंडे लगाकर किया सरकार का विरोध
कुलदीप त्यागी का कहना है कि जब तक सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गारंटी और काले कानूनों को वापस नहीं लेती किसानों का आंदोलन जारी रहेगा या तो किसान बॉर्डर से जीतकर आएगा या फिर मर कर आएगा.