नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी से सटे गाजियाबाद में प्रदूषण के स्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. जनपद का प्रदूषण स्तर डार्क रेड जोन को पार कर चुका है.
बच्चों पर पड़ रहा प्रदूषण का प्रभाव
गाजियाबाद में जहरीली होती हवा से शहरवासियों को सांस लेने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही छोटे बच्चों पर प्रदूषण का अधिक प्रभाव पड़ रहा है. जिसको देखते हुए गाजियाबाद के जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे ने गाजियाबाद के सभी निजी और सरकारी स्कूलों को 4 और 5 नवंबर को बंद रखने का आदेश जारी किया है.
वायु प्रदूषण में पीएम 2.5 अधिक
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में वायु प्रदूषण में पीएम 2.5 अत्यधिक पाया गया है. विद्यालयों में संचालित वाहन और अभिभावकों के वाहनों के प्रयोग से विद्यालय के प्रारम्भ और छुट्टी के बाद वायु प्रदूषण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. जिससे छात्रों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है.