नई दिल्ली/गाजियाबाद: नए कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन को और तेज करने के लिए 6 फरवरी को संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से देश भर में चक्का जाम का आह्वान किया गया है. किसान नेताओं के मुताबिक दोपहर 12:00 बजे से 3:00 बजे तक देशव्यापी चक्का जाम किया जाएगा. भारतीय किसान यूनियन की देशव्यापी चक्का जाम को लेकर क्या कुछ रणनीति है इसी को लेकर ईटीवी भारत में युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव स्केच से बातचीत की.
किसानों ने किया चक्का जाम का आह्वान
भारतीय किसान यूनियन के युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव टिकैत ने बताया कि कल किसान तीन घंटे के लिए अपने खेतों से निकलकर सड़क पर बैठेगा और चक्का जाम करेगा साथ ही अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा जाएगा. किसानों का चक्का जाम पूरी तरह से शांतिपूर्वक रहेगा. चक्का जाम के दौरान आवश्यक सेवाओं से जुड़े वाहनों को नहीं रोका जाएगा. चक्का जाम के दौरान किसानों का किसी को भी परेशान करने का कोई मंशा नहीं है.
उन्होंने आगे कहा चक्का जाम के दौरान जिन वाहनों को रोका जाएगा उसमें मौजूद लोगों को खाने पीने की व्यवस्था भी मुहैया कराई जाएगी. इस दौरान मट्ठा, छाछ, गुड़, दही आदि किसानों द्वारा लोगों को खिलाया जाएगा.
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साथ ही किसान अपनी समस्या भी लोगों के सामने रखेंगे लोगों को बताएंगे कि 72 दिनों से किसान खुले आसमान के नीचे आंदोलन कर रहा है लेकिन अभी तक उसकी समस्या का कोई समाधान नहीं निकल पाया है. उन्होंने कहा कि किसान चाहता है कि जल्द तीनों कृषि कानूनों की वापसी हो और न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर कानून बनाया जाए.