नई दिल्ली/गाजियाबाद: जिले की कौशांबी पुलिस ने एक ऐसे गैंग का खुलासा किया है, जो प्राइवेट बैंकों से फर्जी तरीके से पर्सनल लोन लेकर करोड़ों की ठगी कर चुका था. पुलिस ने इस गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है. इनका ठगी का तरीका काफी अलग था.
प्राइवेट बैंकों के सर्वेयर अभी शामिल
चारों आरोपी प्राइवेट बैंकों में पहले अकाउंट खुलवाया करते थे. इसके बाद उस खाते में करीब 6 महीने तक लगातार अच्छी रकम क्रेडिट की जाती थी. इस रकम को ये 6 महीने बाद सैलरी बताकर बैंक से पर्सनल लोन ले लेते थे. एक ही बैंक खाते पर ये कई बैंकों से पर्सनल लोन ले लेते थे. इसके बाद बैंक खाता बंद करके फरार हो जाते थे. यही नहीं इन्होंने अलग-अलग फर्जी दस्तावेजों से भी बैंक अकाउंट खोले थे. जिसमें कई बैंकों के सर्वेयर की भी भूमिका पाई गई है. आरोपियों से लैपटॉप और फर्जी दस्तावेजों के अलावा कई मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं. पुलिस के मुताबिक अब तक ये बदमाश कई बैंकों को करोड़ों का चूना लगा चुके थे.
जरूरतमंद लोगों को देते थे लालच
पकड़े गए चारों आरोपियों के नाम कुलदीप, विनोद, सुनील और विनोद कुमार हैं. ऑपरेशन 420 के तहत इनकी गिरफ्तारी वैशाली इलाके से की गई है. पूछताछ में पता चला है कि एनसीआर के भोले-भाले लोगों को यह रुपये का लालच देकर उनके दस्तावेज हासिल कर लेते थे. इसके बाद उनके दस्तावेज भी इस्तेमाल कर के फ़र्ज़ी बैंक अकाउंट खुलवा लिया करते थे. पुलिस इनके अन्य साथियों की तलाश में जुटी हुई है. खासकर उन आरोपियों की पुलिस को तलाश है, जो बैंक के साथ जुड़े होने के बावजूद बैंक को ही चुना लगवा रहे थे.