नई दिल्ली/गाजियाबाद: इन दिनों मुस्लिम समुदाय का रमजान का महीना चल रहा है. रमजान के दिनों में फलों की बहुत अधिक मांग होती हैं क्योंकि मुस्लिम समुदाय के लोग फलों का सहरी और इफ्तार के वक्त खाने और गरीबों में वितरित करने के लिए इस्तेमाल करते हैं. लेकिन इन दिनों लाॅकडाउन के चलते फल व्यापारीयों के कैसें हैं हालात, इसको लेकर ईटीवी भारत ने फल व्यापारी से खास बातचीत की.
लॉकडाउन के चलते भुखमरी
फल व्यापारी का कहना है कि इस बार रमजान के महीने में फल के दाम काफी कम हैं. इसके बावजूद भी फल नहीं बिक पा रहे हैं. लॉकडाउन के कारण लोग फलों को खरीदने नहीं पहुंच रहे है. जिसके चलते व्यापारियों के ऊपर भुखमरी की नौबत आ गई है.
सरकार जल्द खोले लॉकडाउन
ईटीवी भारत को फल व्यापारी शकील ने बताया कि जहां उनकी पहले रोजाना दस हजार रुपये की दुकानदारी होती थी. अब एक हजार रुपये की दुकानदारी भी नहीं हो पा रही है. क्योंकि लाॅकडाउन के चलते लोगों के पास खाने तक के लिए पैसे नहीं है और अगर ऐसी ही स्थिति रही तो देश में भुखमरी आ जाएगी. इसलिए वह चाहते हैं कि सरकार जल्द ही लाॅकडाउन को खत्म करे.
फल हो रहे खराब
इसके साथ ही फल व्यापारी ने बताया कि इस बार फल काफी सस्ता है. फलों की बिक्री नहीं होने से उनको काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. जिसके चलते उनके फल खराब हो रहे है. और नुकसान होने की वजह से वह भुखमरी के कगार पर पहुंच चुके हैं.