नई दिल्ली/गाज़ियाबादः उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के समर्थन में पहुंचे. उन्होंने कहा कि किसान का बेटा होने के नाते किसानों के समर्थन में आया हूं. इसके बाद हरीश रावत बॉर्डर पर ही किसानों के साथ धरने पर बैठ गए.
मंच पर नही गए हरीश रावत
हरीश रावत काफी देर तक किसानों के बीच मौजूद रहे, लेकिन मंच पर नहीं गए. उनका कहना था कि यह बिल किसानों के पक्ष में नहीं है. वह यहां मंच साझा करने के लिए नहीं आए हैं और ना ही राजनीति की बातें करने के लिए आए हैं.
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नहीं लगाए कोई भी नारे
हरीश रावत के साथ जो कांग्रेसी कार्यकर्ता साथ आए थे, उनमें से किसी ने भी नारेबाजी नहीं की. हरीश रावत अंत तक यही कहते रहे कि वह सिर्फ किसान का बेटा होने के नाते आंदोलन का हिस्सा बनने के लिए आए हैं.