नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद की मोदीनगर नगर पालिका परिषद के दफ्तर में विरोध करने का अनोखा तरीका देखने को मिला. परिषद के कार्यालय में सैनिटाइजेशन की व्यवस्था ना होने से नाराज पूर्व जिला पंचायत सदस्य दीपा त्यागी ने दफ्तर के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को कमरे में बंद कर दिया.
'मशीनों में नहीं है सैनिटाइजर'
पूर्व जिला पंचायत सदस्य दीपा त्यागी ने इस पूरे मामले में नगर पालिका परिषद के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि अधिकारियों की लापरवाही और दफ्तर में जारी बदइंतजामी से यहां के कर्मचारी और यहां आ-जा रहे लोग कोरोना संक्रमित हो सकते हैं. इसके बावजूद यहां सैनिटाइजेशन की कोई व्यवस्था नहीं है, जिसकी वजह से कोरोना वायरस के फैलने का खतरा बना हुआ है.
अधिकारियों ने दिया आश्वासन
दीपा त्यागी ने बताया कि उन्होंने इस पूरे मामले को लेकर नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी से बातचीत की है, जिस पर उन्हें आश्वासन दिया गया है कि दफ्तर में सैनिटाइजेशन की व्यवस्था को सही किया जाएगा. पूरे मामले को लेकर नगर पालिका परिषद पर भी सवालिया निशान लगे हैं, क्योंकि जब प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यालयों में कोरोना वायरस से बचाव के इंतजाम नहीं हैं, तो आम जनता के लिए मोदीनगर नगर पालिका प्रशासन किस तरीके से काम कर रही होगी.