नई दिल्ली/गाजियाबाद: लॉकडाउन में आई आर्थिक तंगी ने एक पिता को इतना मजबूर कर दिया कि उसने अपनी दो बेटियों और दो मासूम नातिनों को आग के हवाले कर दिया. ईद से पहले जहां खुशियां होनी चाहिए थी, वहां अब मातम पसरा हुआ है. मामला लोनी इलाके का है, जहां पर सलीम नाम के फल विक्रेता ने अपनी दो बेटियों और दो मासूम नातिनों पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी. चारों अस्पताल में जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रही है. लेकिन इस घटना का कारण हैरान करने वाला है.
लॉकडाउन जब हुआ, तो उससे पहले सलीम फल बेचने का काम करता था. लेकिन सलीम की पत्नी साइना का कहना है, कि लॉकडाउन में फल काफी महंगे मिल रहे थे. कई बार तो फल नहीं मिल पा रहे थे. जिससे घर नहीं चल पा रहा था. इस बीच सलीम की दोनों शादीशुदा बेटियां वापस घर आ गई. दोनों को ससुराल वालों ने निकाल दिया था. वह दहेज की मांग कर रहे थे. इसी वजह से सलीम टूट गया था और ईद से ठीक 1 दिन पहले जब सलीम के पास जेब में कुछ भी नहीं बचा, तो वह बेबस हो गया. ऐसे में उसने बेटियों नातिनों को जिंदा जला देने के लिए उनके पेट्रोल छिड़क दिया.
पुलिस जांच में अन्य पहलू
मामले में मौके पर पहुंचे एसपी देहात नीरज कुमार जादौन का कहना है कि जांच पड़ताल की जा रही है. सभी पहलुओं पर पुलिस की दृष्टि है. पता यह भी चला है कि ससुराल से मायके आई हुई दोनों बेटियों के चरित्र पर पिता को शक भी हो गया था. जिस वजह से उसने यह कदम उठाया. बेटियों के होश में आने पर आगे की स्थिति साफ हो पाएगी.