नई दिल्ली/गाजियाबाद: जलभराव के बीच करंट फैलने से पिता-पुत्र की मौत हो गई. जिसके बाद से पीड़ित परिवार का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है. वहीं इस हादसे से नाराज ग्रामीणों ने बिजली विभाग के खिलाफ जमकर हंगामा किया. अधिकारियों द्वारा उचित मुआवजा दिलाने का आश्वासन मिलने के बाद ग्रामीण शांत हुए. वहीं ग्रामीणों ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है कि अचानक ही पास के ट्रांसफार्मर से करंट आ गया, जिससे दोनों की मौत हो गई.
मोदीनगर थानाक्षेत्र के निजामपुर गांव में करंट लगने से पिता-पुत्र की मौत के बाद से ही गांव में मातम पसरा है. गांव के रहने वाले राहुल गुर्जर का कहना है कि दोनों व्यक्ति मजदूर थे जो खेत में काम करते थे. अचानक ही पास के ट्रांसफार्मर से करंट आने से दोनों उसकी चपेट में आ गये जिससे उनकी मौत हो गई. करंट लगने के दौरान बिजली विभाग को सूचना भी दी गई थी लेकिन काफी देर बाद बिजली विभाग की तरफ से रिप्लाई मिला. लोगों का आरोप है कि सरकारी लापरवाही के चलते ये हादसा हुआ.
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वहीं मौके पर पहुंचे बिजली विभाग के अधिकारियों ने मामले की जांच की बात कही है. बिजली विभाग के संबंधित अधिकारी अमित सक्सेना का कहना है कि ट्रांसफार्मर के पास काफी ज्यादा जलभराव हो गया था, जिसमें करंट आने से हादसा हुआ. उन्होंने बताया कि पीड़ित परिवार के लिए सरकारी मदद की जाएगी. हालांकि बिजली विभाग ने पूरी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए कहा है कि यह हादसा जलभराव का नतीजा है. बिजली विभाग के इस कथन से यह तो साफ है कि हादसे में लापरवाही सरकारी है. क्योंकि जलभराव की समस्या के लिए भी कोई ना कोई संबंधित सरकारी विभाग ही जिम्मेदार है. देखना ये होगा कि जांच में क्या कुछ निकल कर सामने आता है. वहीं पुलिस द्वारा दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.