नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली की सरहद पर चल रहे किसान आंदोलन में मंगलवार को देशभक्ति का अदभुत नजारा सामने आएगा. आंदोलन के मंच से जहां रोजाना नारेबाजी और किसान समर्थन में संबोधन गूंजते हैं, वहीं कल इन मंचों से देशभक्ति के तराने सुनाई देंगे. किसान मंगलवार को शहीदी दिवस मनाएंगे. साढ़े तीन माह से अधिक समय से आंदोलन कर रहे किसान इस दिन शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को याद करेंगे.
गाजीपुर बार्डर (यूपी गेट) के अलावा सिंघु बॉर्डर और टीकरी बॉर्डर पर किसान शहीदी दिवस मनाने की तैयारियों में जुटे हैं. इस मौके पर उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब से काफी संख्या में युवाओं के आंदोलन स्थलों पर पहुंचने की तैयारी है.
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भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों की ओर से आजादी के मतवाले सरदार भगत सिंह को उनकी प्यारी पीली पगड़ी पहनकर याद किया जाएगा. आसपास के जिलों से युवाओं को मंगलवार को पीली पगड़ी धारण कर गाजीपुर बॉर्डर पहुंचने का आह्वान किया गया है. अंग्रेजी हुकुमत के जुल्मों से लड़ते हुए सरदार भगत सिंह ने कहा था कि लोगों को कुचलकर भी आप उनके विचारों को नहीं मार सकते.
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संयुक्त किसान मोर्चा ने दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन में सभी बॉर्डर पर शहीदी दिवस मनाने का निर्णय लिया है. भाकियू के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने बताया कि 23 मार्च काफी संख्या में युवा गाजीपुर बार्डर पर चल रहे आंदोलन में भी मौजूद रहेंगे.
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