नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border) पर हलचल तेज है. कई जिलों से किसान यहां पहुंचे हुए हैं. भारतीय किसान यूनियन (Bhartiy kisan union) के युवा विंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव टिकैत (Gaurav Tikait) ने कहा कि किसानों को मजबूत किया जाएगा, तभी देश मजबूत होगा. किसानों को खालिस्तानी और अफगानिस्तानी तक कह दिया गया जो बेहद (saying farmers Khalistani and Afghanis rong) निंदनीय है. फिलहाल किसान इस बात पर नजर रख रहा है, कि एमएसपी पर गारंटी कानून बने. प्रधानमंत्री ने कहा है, नई शुरुआत करें तो हम भी नई शुरुआत के लिए तैयार हो रहे हैं.
गौरव टिकैत ने कहा कि कानून वापसी तो होनी थी. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को नए कृषि कानूनों के बारे में नहीं समझा पाई, यह बात खुद प्रधानमंत्री ने मानी. उन्होंने कहा कि कॉन्ट्रैक्ट खेती में कंपनियों को बढ़ावा देने के लिए सब कुछ किया गया था. इससे किसानों का कोई फायदा नहीं होने वाला था. हम चाहते हैं कि सरकार जल्द से जल्द बात करें इसी बात पर हम चर्चा कर रहे हैं.
भारतीय किसान यूनियन के युवा विंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव टिकैत (Gaurav Tikait) ने आगे कहा कि सरकार को हमने ही चुना था. 2014 में हमने बीजेपी को वोट दिया था. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री (prime minister)का हम धन्यवाद करते हैं, कि एक नई शुरुआत उन्होंने की है. लेकिन हम उम्मीद कर रहे हैं, कि सरकार एमएसपी पर भी ठोस रूप से बात करे. उन्होंने कहा कि आंदोलन अभी जारी रहेगा. किसान यहां से अपनी मांगे पूरी करवा कर ही जाएगा.