नई दिल्ली/गाजियाबाद: करीब 2 हफ्ते से अधिक से दिल्ली गाजीपुर बॉर्डर (UP Gate) पर किसानों का आंदोलन जारी है. अन्नदाता अपनी मांगों को मनवाने के लिए UP Gate पर डटे हुए हैं. अन्नदाता आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं. अन्नदाता साफ कर चुके हैं जब तक केंद्र सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती है, तब तक दिल्ली से वापस नहीं जाएंगे.
फसलों की बाजार में सही कीमतें नहीं मिल रही: राकेश टिकैत
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है कि अन्नदाता पर परेशानियों का पहाड़ पहले से ही टूटा पड़ा है. अन्नदाता को फसलों की बाजार में सही कीमतें नहीं मिल रही हैं. इस बार लड़ाई आर-पार की है. किसान अपना हक लेने के लिए दिल्ली की सड़कों पर बैठा है और अपना हक लेकर ही वापस लौटेगा. सरकार कृषि कानूनों में संशोधन करना चाहती है. लेकिन किसान संशोधन के पक्ष में नहीं है. किसान चाहते हैं कि सरकार हाल ही में लाए गए तीनों कृषि कानूनों को वापस ले.
किसानों ने यूपी गेट पर छोटा सा गांव बसा दिया
बता दें कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों से आए किसान अपने साथ कई महीनों का राशन लेकर आए हैं. इसके साथ ही किसानों ने ट्रैक्टर ट्रॉली में ही रात गुजारने की व्यवस्था भी कर रखी है. यूपी गेट पर किसानों ने एक छोटा सा गांव बसा दिया है.