ETV Bharat / city

गाजियाबाद: पत्रकार की मौत, परिजनों ने पुलिस पर लगाया आरोप

गाजियाबाद में बदमाशों के हमले में घायल पत्रकार की मौत पर परिजनों ने पुलिस पर सवाल उठाए हैं. परिजनों का कहना है कि पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई नहीं की. परिजनों का कहना है कि जब तक मुख्य आरोपी गिरफ्तार नहीं होता हम बॉडी नहीं ले जाएंगे.

author img

By

Published : Jul 22, 2020, 7:48 AM IST

Updated : Jul 22, 2020, 10:19 AM IST

family members statement on death of a journalist in ghaziabad
सीसीटीवी

नई दिल्ली/गाजियाबाद: बदमाशों के हमले में घायल विजयनगर इलाके के रहने वाले घायल पत्रकार ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. बता दें कि सोमवार रात बदमाशों ने पत्रकार को उस समय गोली मार दी थी, जब वो अपनी बहन के घर से लौट रहे थे. अब परिजनों ने इसे लेकर पुलिस पर सवाल उठाए हैं. साथ ही इंसाफ की मांग की है.

परिजनों ने पुलिस पर लगाया आरोप

परिजनों ने आरोप लगाया है कि जिस चौकी इंचार्ज को सस्पेंड किया गया है, उसे पहले से जानकारी थी कि पत्रकार पर जानलेवा हमला होगा. लेकिन उसके बावजूद पुलिस ने कुछ नहीं किया. उनका कहना है कि सिर्फ चौकी इंचार्ज ही नहीं बल्कि अन्य पुलिसकर्मी भी इसमें शामिल हैं. बिना पुलिस की सांठगांठ के इस तरह का हत्याकांड मुमकिन नहीं है.

family members statement on death of a journalist injured in an attack by miscreants in ghaziabad
परिजनों की न्याय की मांग




बता दें कि पत्रकार अपने पीछे दो मासूम बेटियों और पत्नी को छोड़ गए हैं. पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है. सभी को यह डर सता रहा है कि अब मासूम बेटियों को बिना पिता के सहारे जिंदगी गुजारनी होगी. उन्होंने अपनी आंखों से इस पूरी वारदात को होते हुए देखा है. जिसे वो अपने जहन से शायद कभी नहीं भुला पाएंगी.

सीसीटीवी




गौरतलब है कि मंगलवार को पुलिस ने मामले में 9 आरोपियों की गिरफ्तारी की थी. लापरवाही बरतने वाले चौकी इंचार्ज को भी एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया था. अब पत्रकार की मौत के बाद उनका परिवार मामले में इंसाफ की मांग कर रहा है. परिवार का कहना है कि पत्रकार के गुनहगारों को भी विकास दुबे जैसी सजा मिलनी चाहिए.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: बदमाशों के हमले में घायल विजयनगर इलाके के रहने वाले घायल पत्रकार ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. बता दें कि सोमवार रात बदमाशों ने पत्रकार को उस समय गोली मार दी थी, जब वो अपनी बहन के घर से लौट रहे थे. अब परिजनों ने इसे लेकर पुलिस पर सवाल उठाए हैं. साथ ही इंसाफ की मांग की है.

परिजनों ने पुलिस पर लगाया आरोप

परिजनों ने आरोप लगाया है कि जिस चौकी इंचार्ज को सस्पेंड किया गया है, उसे पहले से जानकारी थी कि पत्रकार पर जानलेवा हमला होगा. लेकिन उसके बावजूद पुलिस ने कुछ नहीं किया. उनका कहना है कि सिर्फ चौकी इंचार्ज ही नहीं बल्कि अन्य पुलिसकर्मी भी इसमें शामिल हैं. बिना पुलिस की सांठगांठ के इस तरह का हत्याकांड मुमकिन नहीं है.

family members statement on death of a journalist injured in an attack by miscreants in ghaziabad
परिजनों की न्याय की मांग




बता दें कि पत्रकार अपने पीछे दो मासूम बेटियों और पत्नी को छोड़ गए हैं. पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है. सभी को यह डर सता रहा है कि अब मासूम बेटियों को बिना पिता के सहारे जिंदगी गुजारनी होगी. उन्होंने अपनी आंखों से इस पूरी वारदात को होते हुए देखा है. जिसे वो अपने जहन से शायद कभी नहीं भुला पाएंगी.

सीसीटीवी




गौरतलब है कि मंगलवार को पुलिस ने मामले में 9 आरोपियों की गिरफ्तारी की थी. लापरवाही बरतने वाले चौकी इंचार्ज को भी एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया था. अब पत्रकार की मौत के बाद उनका परिवार मामले में इंसाफ की मांग कर रहा है. परिवार का कहना है कि पत्रकार के गुनहगारों को भी विकास दुबे जैसी सजा मिलनी चाहिए.

Last Updated : Jul 22, 2020, 10:19 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.