गाजियाबाद: किराये के मकान (rental house) में रहने वाला एक परिवार आर्थिक रूप से कमजोर होने की वजह से जब मकान मालिक को किराया नहीं दे पाया, तो कातिल बन गया. गाजियाबाद में एक पूरे परिवार को पुलिस ने कत्ल के इल्जाम में गिरफ्तार किया है. पिता, उसके दो बेटों और छोटी बहू ने मिलकर रिक्शा वाले की गर्दन खुरपी और चाकू से काट डाली. इसके बाद रिक्शा वाले के शव को बोरी में बंद करके ठिकाने लगा दिया. मकान का किराया 12 हजार रुपये चुकाने के लिए यह पूरा परिवार इस वारदात में शामिल हो गया,मामले को जिसने भी सुना, वह हैरान है.
पिता, दो पुत्र, और छोटी बहू गिरफ्तार: मामला गाजियाबाद के लोनी इलाके का है. जहां पर शुक्रवार को सामने आया था कि रिक्शा चालक सुभाष का ई-रिक्शा बुक किया करने के बाद सुभाष की हत्या करके शव को ठिकाने लगा दिया गया था. पुलिस ने जब शव को बरामद किया तो वह एक बोरी में था. शव को पोस्टमार्टम के लिए भी भेज दिया गया था. इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को कल पकड़ लिया था. लेकिन मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. आज पुलिस ने तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ये सभी आरोपी एक ही परिवार के हैं. जिनमें 62 वर्षीय पिता गोपाल और उनके दो बेटे विजेंदर और रमेश के अलावा छोटे बेटे कुशल की पत्नी रिंकी भी शामिल है. इन सब ने मिलकर सुभाष की हत्या की थी. क्योंकि आरोपी उसका रिक्शा और रिक्शा की बैटरी लूटना चाहते थे. एक सीसीटीवी फुटेज से मामल का पूरा खुलासा हुआ था जिसमें सुभाष के ई-रिक्शा को धक्का लगाते हुए तीन आरोपी देखे गए थे. जिसके बाद इस पूरे मामले का खुलासा हुआ. मगर इस मामले में सभी आरोपियों के पकड़े जाने के बाद बेहद चौंकाने वाला एंगल सामने आया है.
मकान का किराया चुकाने के लिए रिक्शा चालक को बनाया शिकार : पुलिस पूछताछ में 62 वर्षीय गोपाल और उनके बेटे विजेंद्र और रमेश ने खुलासा किया है कि किराये के मकान में रहते हैं. लेकिन उसका किराया नहीं चुका पा रहे थे. करीब 12 हजार रुपये का किराया बकाया हो गया था. मकान मालिक उन पर दबाव बना रहा था. ऐसे में उन्होंने सोचा कि सामान किसी जगह पर शिफ्ट कर लेते हैं और घर को छोड़ देते हैं. इसके लिए उन्होंने सुभाष का ई रिक्शा बुक किया था. लेकिन जब सुभाष अपना ई रिक्शा लेकर आया तो गोपाल और उनके दोनों बेटों ने प्लान बनाया कि क्यों ना सुभाष से उसका ई- रिक्शा लूट लिया जाए. आरोपी ने प्लान बनाया कि ई-रिक्शा को बेचकर मकान का किराया चुका दिया जाएगा. इस प्लान में उन्होंने छोटे बेटे कुशल की बहू रिंकी को भी अपने साथ मिला लिया.
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आरोपियों ने सुभाष का रिक्शा लूटना चाहा तो उसने विरोध किया. जिसके चलते उसे घर के अंदर धकेल दिया गया और खुरपी और चाकू से हमला करके उसकी हत्या कर दी गई. इसके बाद शव बोरी में डालकर पास में सुनसान जगह पर ठिकाने लगा दिया गया था. इस पूरे काम में रिंकी ने सबूत मिटाने में सबसे अहम भूमिका निभाई. सिर्फ 12 हजार के लिए ही आरोपियों ने ई-रिक्शा चालक की जिंदगी छीन ली. बाद में आरोपियों ने ई-रिक्शा को घर के पास सुनसान जगह पर खड़ा कर दिया था और उसकी बैटरी निकाल कर उसे बेचना चाहते थे. मगर सीसीटीवी में ई-रिक्शा को धक्का लगाते हुए आरोपियों को देखा गया जिससे इस मामले का खुलासा हो गया. सिर्फ किराये के 12 हजार रुपये देने के लिए एक पूरा परिवार कातिल बन गया. इस वारदात को जिसने भी सुना है वह हैरान है. ई-रिक्शा वाला सुभाष अपने घर का इकलौता कमाने वाला सदस्य था. इस परिवार ने यह भी नहीं सोचा कि अपने परिवार के रहने की व्यवस्था के लिए किसी दूसरे के परिवार को बर्बाद कर रहे हैं.
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