नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में अब जिला निर्वाचन अधिकारी और उनकी टीम कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन की मदद करेगी. चुनावों के दौरान अहम भूमिका निभाने वाली ये टीम अब घर-घर जाकर कोरोना सर्वे करेगी.
गाजियाबाद में कोरोना के मरीजों की संख्या करीब 1000 पहुंचने वाली है. जो प्रशासन के लिए बड़ी चिंता का विषय है. इसी की रोकथाम के लिए कोरोना सर्वे शुरू किया गया है. इसके लिए 3048 बीएलओ और 237 सुपरवाइजर को जिम्मेदारी दी गई है. इसके लिए एक कोरोना सर्वे फॉर्म बनाया गया है. सर्वे करने वाली टीम घर-घर जाकर सर्वे करेगी और इस फॉर्म को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ भरेगी. घर-घर जाकर परिवारों से कुछ सवाल पूछे जाएंगे. सभी सवाल इस सर्वे फॉर्म में दिए गए हैं. ये टीम लोगों को कोरोना से संबंधित लक्षण और इसके बचाव के तरीकों से जागरूक भी करेगी.
पंफलेट भी किए गए तैयार
कोरोना सर्वे को सफल बनाने के लिए कुछ पंफलेट तैयार किए गए हैं. इनमें लक्षण पाए जाने पर किस तरह से सतर्क रहना है, इस बात की जानकारी दी गई है. इसके अलावा लॉकडाउन में किस तरह के नियमों का पालन करना है, यह बात भी इन पंपलेट में मेंशन की गई है. टेलीमेडिसिन और चिकित्सकीय इलाज के लिए गाजियाबाद टेली उपचार ऐप्स के बारे में भी जानकारी दी गई है. बूथ लेवल के ऑफिसर घर-घर जाकर लोगों को इस बारे में जागरूक करेंगे. पूरे सर्वे का निर्धारित प्रारूप है, जिसके आधार पर यह सर्वे होगा.
सदस्यों से लेकर बुखार-खांसी की ली जाएगी जानकारी
कोरोना सर्वे में घर-घर जाने वाले निर्वाचन विभाग के कर्मचारी जो सवाल पूछेंगे, उनमें घर में रहने वाले सदस्यों की संख्या से लेकर, उनके बुखार, खांसी या सांस लेने में तकलीफ होने संबंधी जानकारी भी फॉर्म में भरेंगे. साथ ही उनसे पूछा जाएगा कि आपके आसपास कोई कोरोना के लक्षण वाला व्यक्ति तो नहीं है. परिवार में किसी को हाई डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत तो नहीं है. सर्वे के दौरान मास्क से लगा कर यह टीम कार्य करेगी. साथ ही प्रशासन के हेल्पलाइन नंबर भी घर-घर जाकर इसी फॉर्म के जरिए उपलब्ध कराए जाएंगे.
अब तक निर्वाचन विभाग की टीम को चुनाव के दौरान ही घरों में सर्वे करते हुए देखा गया था. लेकिन कोरोना संक्रमण काल में निर्वाचन विभाग की घर-घर तक पहुंच को देखते हुए डीएम ने इन्हें इस महत्वपूर्ण कार्य की जिम्मेदारी दी है.