दिल्ली/ नोएडा : नोएडा के सेक्टर 100 स्थित लोटस वर्ल्ड ब्लू सोसाइटी में स्ट्रीट डॉग्स यानी लावारिस कुत्तों के काटने से एक मासूम बच्चे के इलाज के दौरान मौत हो गई (innocent died due to dog bite) . इस घटना में जहां सोसाइटी के लोगों ने स्ट्रीट डॉग के विरोध में धरना-प्रदर्शन किया, वहीं कुछ डॉग लवर मासूम की मौत का जिम्मेदार स्ट्रीट डॉग नहीं बल्कि सोसाइटी के लोगों और बच्चे के माता-पिता को मान रहे हैं. डॉग लवर और जानवरों का एनजीओ चलाने वाले संजय मोहंती ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि बच्चे की मौत दुखद है, लेकिन स्ट्रीट डॉग को पूरी तरह से दोषी नहीं माना जा सकता है. बच्चे के परिजन और सोसाइटी में काम कराने वाले इस पूरी घटना के लिए दोषी हैं. इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए, तभी सच्चाई निकलकर सामने आएगी. स्ट्रीट डॉग लवर संजय मोहंती की इस बात को सुनने के बाद सोसाइटी के लोगों ने विरोध भी जताया.
स्ट्रीट डॉग से नहीं हुई मासूम की मौत : नोएडा के सेक्टर 100 स्थित लोटस वर्ल्ड ब्लू सोसाइटी में 1 वर्ष के मासूम अरविंद की 3 स्ट्रीट डॉग्स के काटने के बाद हुई मौत के संबंध में डॉग लवर संजय मोहंती ने कहा कि एक तरफ़ा कार्रवाई करके स्ट्रीट डॉग को दोषी मानना गलत है. जांच हो तो शायद यह भी सामने आ सकता है कि बच्चे की मौत के बाद स्ट्रीट डॉग उसके पास पहुंचे हों. उन्होंने कहा कि हम समाज में सभी लोगों की तरह स्ट्रीट डॉग को भी जीने का अधिकार है. स्ट्रीट डॉग के साथ अच्छा व्यवहार अगर रखा जाए तो शायद वह आक्रामक न हो. सोसाइटी के अंदर से स्ट्रीट डॉग को इस तरह से पकड़ कर ले जाना पूरी तरह से गलत है. आपको बता दें कि सोसाइटी के अंदर से करीब एक दर्जन स्ट्रीट डॉग को नोएडा प्राधिकरण के हेल्थ डिपार्टमेंट की तरफ से पकड़ने का काम किया गया है, उन्हें सेक्टर- 94 स्थित शेल्टर होम ले जाया गया है.
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स्ट्रीट डॉग लवर का है कहना : स्ट्रीट डॉग लवर और जानवरों के लिए एनजीओ चलाने वाले संजय मोहंती का कहना है कि सोसाइटी के अंदर काम कराने वाले लोगों को मजदूरों के बच्चों के लिए एक सुरक्षित स्थान बनाकर बच्चों को वहां रखना चाहिए था. उन्होंने कहा कि हो सकता है बच्चा और कारणों से मरा हो और बाद में उसे कुत्तों ने अपना शिकार बनाया हो. संजय यह ने भी कहां की स्ट्रीट डॉग को खाना खिलाना और उन्हें भी इस समाज में रहने का पूरा अधिकार है और उन्हें पकड़ कर कहीं रखना या मारना उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि नोएडा में जहां स्ट्रीट डॉग का एक शेल्टर होम है ऐसे और भी बनाने की जरूरत है, तभी स्ट्रीट डॉग के साथ हो रहे अत्याचार को रोका जा सकता है. एक स्ट्रीट डॉग के किसी को काट लेने की घटना की जाती है तो सभी के खिलाफ एक्शन लेना उचित नहीं है.
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