नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद के जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे जिला मुख्यालय के बाहर चल रहे पेरेंट्स एसोसिएशन के धरने में पेरेंट्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों से बातचीत करने पहुंचे थे. जैसे ही जिलाधिकारी गाड़ी में बैठकर जिला मुख्यालय के लिए रवाना हुए उनकी गाड़ी को अचानक महिलाओं ने रोक लिया. महिलाएं जिलाधिकारी की गाड़ी के आगे बैठ गईं, जिसके बाद आनन फानन में पुलिस बल को बुलाना पड़ा और जिलाधिकारी को पैदल ही जिला मुख्यालय में जाना पड़ा.
महिलाओं ने बताई समस्या
इस कड़ी में जब ईटीवी भारत की टीम ने महिलाओं से बात की तो उन्होंने बताया कि विजयनगर इलाके से उनके करीब 3 महीने पहले पांच ट्रैक्टर चोरी हुए थे जिसका अभी तक कुछ पता नहीं लग पाया. महिला का कहना था कि पुलिस द्वारा इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है. इसी को लेकर पुलिस के आला अधिकारियों से मिलकर उन्होंने अपनी समस्या रखी लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकल पाया है.
बीते 3 महीने से इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई ना होने के कारण महिलाएं जिलाधिकारी की गाड़ी के आगे बैठ गई. जबकि जिलाधिकारी ने बिना महिलाओं की समस्या सुने पैदल ही जिला मुख्यालय का रुख कर लिया. महिलाओं का कहना था कि ट्रैक्टर ट्रॉली के माध्यम से चार पैसे कमाकर वो अपना और अपने परिवार का पेट भर रहे थे लेकिन 3 महीने से उनके कमाने का साधन चोरी होने के बाद आज उनके सामने अपना और अपने परिवार के लिए दो वक्त की रोटी का इंतजाम करना किसी चुनौती से कम नहीं है.