नई दिल्ली/गाजियाबाद: मोदीनगर (Modinagar) क्षेत्र के भोजपुर ब्लॉक के विभिन्न गांवों के किसानों ने तहसील को घेरते हुए मंगलवार को धरना-प्रदर्शन किया. किसानों का कहना है कि उनको बार-बार आश्वासन दिया जाता है, लेकिन उनको अभी तक दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (Delhi-Meerut Expressway) का एक समान मुआवजा नहीं मिला है.
किसानों ने उपजिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर एकसामान मुआवजे की मांग को लेकर काफी लंबे समय से संघर्ष करते आ रहे किसानों ने प्रशासन को चेतावनी दी थी कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वह 15 जून को मोदीनगर तहसील का घेराव करेंगे. इसी कड़ी में आज काफी संख्या में किसान मोदीनगर तहसील पहुंचे और वहां पर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर से प्रशासन को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को जाम करने की चेतावनी देते हुए उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है.
एक समान मुआवजे की मांग को लेकर धरना
पूर्व जिला पंचायत सदस्य और किसान नेता बबली गुर्जर ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा NHAI के माध्यम से कराए जा रहे दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर निर्माण कार्य में जमीन अधिग्रहण को लेकर किसानों का शोषण हुआ है. एक समान मुआवजे की मांग को लेकर वह काफी सालों से आंदोलन चलाते आ रहे हैं, लेकिन उनको बार-बार प्रशासन के अधिकारियों द्वारा आश्वासन दे दिया जाता है.
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मुआवजे की मांग को लेकर मुख्यमंत्री से भी हो चुकी है वार्ता
बबली गुर्जर ने बताया कि काफी संघर्ष करने के बाद वह अपनी समस्या की वार्ता करने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और गाजियाबाद के प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से भी मिल चुके हैं, लेकिन उनकी अभी तक सुनवाई नहीं हुई है. उनका कहना है कि अगर इस बार उनकी जल्द ही मांगे पूरी नहीं हुई तो वह एक बार फिर से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को जाम करने का काम करेंगे.