नई दिल्ली/गाजियाबाद: मोदीनगर के गोविंदपुरी क्षेत्र में स्थित श्याम सिंह बिल्डिंग में बनी दुकानों में रहने वाले किराएदारों और बिल्डिंग मालिक के बीच दुकानें खाली कराए जाने और जर्जर हो चुकी बिल्डिंग को तोड़ने का मामला गाजियाबाद न्यायालय में मुकदमा विचाराधीन है. इस मामले में मोदीनगर नगर पालिका परिषद में शामिल है.
'भवन मालिक को फैसला आने तक रुकना चाहिए'
मोदीनगर व्यापारी संगठन के अध्यक्ष अमित कुमार का कहना है कि बिल्डिंग स्वामी अपनी बिल्डिंग तोड़ने पर उतारू हैं, जबकि यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है. लिहाजा उनको फैसला आने तक रुकना चाहिए. अमित कुमार ने बताया कि 15 जनवरी को बिल्डिंग मालिक ने 10 बड़ी हैमर मशीनों और अपने दबंगों के साथ बिल्डिंग को ऊपर से तोड़ना शुरू कर दिया था, जबकि नीचे दुकान में किराएदार और ग्राहक मौजूद थे. इसकी वजह से ऊपर से ईंट-रोड़ी गिरने की स्थिति बन गई. मौके पर गोविंदपुरी पुलिस चौकी इंचार्ज भी मौजूद थे.
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इसीलिए उनको अंदेशा है कि अधिकारियों और बिल्डिंग मालिक की साठगांठ से व्यापारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है. इसमें उनका कोई भी साथ नहीं दे रहा है. इसीलिए आज सभी सभासदों, पत्रकारों, विपक्षी दलों के नेता और व्यापारियों ने एकजुट होकर गाजियाबाद जिलाधिकारी के नाम ज्ञापन दिया है. इस दौरान व्यापारियों ने सरकार से मांग की कि व्यापारियों का उत्पीड़न बंद किया जाए.