नई दिल्ली: क्राइम ब्रांच ने दो कुख्यात बदमाशों को यूपी के बागपत से गिरफ्तार किया है. इन पर दिल्ली और यूपी में कई आपराधिक वारदातों को अंजाम देने का आरोप है. गिरफ्तार आरोपियों में से एक सोना ठाकुर नामी बदमाश है जिसपर एक लाख रुपये का इनाम है.
गोली लगने से घायल हुए बदमाश
यूपी एसटीएफ की मदद से किए गए इस ऑपरेशन में गोली लगने से दोनों बदमाश घायल हो गए, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. वहीं इस मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मियों को भी गोली लगी थी लेकिन बुलेटप्रूफ जैकेट की वजह से उनकी जान बच गई.
हत्या के मामले में नामजद थे दोनों
डीसीपी जी. रामगोपाल नाइक के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में लूटपाट की कई वारदातों को सोना ठाकुर नामक बदमाश ने अंजाम दिया था. बीते 27 फरवरी को गाजियाबाद इलाके में एक तेल कारोबारी की उनके घर के बाहर लुटेरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस मामले में क्राइम ब्रांच ने रितेश नामक बदमाश को पकड़ा था.
एक लाख का इनाम रखा था पुलिस ने
गिरफ्तार रितेश ने पूछताछ में पुलिस को बताया था कि गोली मारने वाला सोना ठाकुर था. दिल्ली पुलिस की तरफ से उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था. वहीं यूपी पुलिस ने भी उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम रखा था. कई महीनों से पुलिस उसके बारे में जानकारी जुटा रही थी.
बागपत में गुरुवार रात हुई मुठभेड़
हाल ही में क्राइम ब्रांच के एसीपी अरविंद कुमार की टीम को सूचना मिली कि सोना ठाकुर बागपत में मौजूद है. ये भी पता चला कि रात के समय बाइक पर सवार होकर वो अपने किसी साथी से मिलने के लिए जाएगा. इस जानकारी पर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने यूपी एसटीएफ से संपर्क साधा.
यूपी-दिल्ली की संयुक्त टीम ने पकड़ा
दोनों राज्यों की पुलिस ने मिलकर एक संयुक्त टीम बनाई और जाल बिछाकर सोना ठाकुर का इंतजार करने लगी. रात के समय जैसे ही वो बाइक पर आया तो पुलिस ने उसे आत्मसमर्पण के लिए कहा, लेकिन उसने पुलिस टीम पर गोली चला दी. जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस की तरफ से भी गोली चलाई गई जिसमें दोनों बदमाशों के पैर में गोली लगी.
26 राउंड गोलियां चलने से मचा हड़कंप
जानकारी के अनुसार बदमाशों ने पुलिस टीम पर 15 गोलियां चलाई जबकि पुलिस टीम की तरफ से 11 गोलियां चलाई गई. इस गोलीबारी में एसआई रविन्द्र तेवतिया और एएसआई राकेश को बुलेटप्रूफ जैकेट पर गोली लगी. घायल बदमाशों की पहचान सोना ठाकुर और मनोज उर्फ मलखान के रूप में कई गई है. सोना ठाकुर के खिलाफ हत्या, लूट, डकैती आदि के 21 मामले दर्ज हैं. वहीं मनोज के खिलाफ 14 आपराधिक मामले दर्ज हैं.