नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद के जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे ने जनपद के ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को कोविड 19 वैश्विक महामारी से सुरक्षित रखने के लिए जनपद के समस्त 161 ग्राम पंचायतों में कोरोना निगरानी समितियों का गठन किया था. प्रत्येक ग्राम में निगरानी समिति में ग्राम प्रधान, नागरिक व स्वच्छाग्रही को रखा गया है. जिससे कि ग्रामीण क्षेत्रों में महामारी के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.
कोरोना को लेकर उठाए गए कदम
ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना वायरस समितियों द्वारा महामारी के रोकथाम को लेकर क्या कुछ कदम उठाए गए, इसी को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने जिला पंचायत राज अधिकारी अनिल कुमार त्रिपाठी से बातचीत की.
जिला पंचायत राज अधिकारी अनिल कुमार त्रिपाठी ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा गठित की गई कोरोना निगरानी समिति के द्वारा वास्तव में ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के बचाव को लेकर जागरूकता फैली. जिससे कि लोग जागरूक हुए कि महामारी से कैसे बचाव करना है और सुरक्षित रहना है. मुरादनगर ब्लॉक के ग्राम बसंतपुर सैथली और भोजपुर ब्लॉक में हृदयपुर भडोला ग्राम में जिला पंचायतों द्वारा पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम ऐसे जगह लगाए गए हैं. जिससे कि एक बार संदेह देने पर पूरे ग्रामवासियों तक संदेश पहुंच सके.
अधिकारियों ने लगातार कार्यों की समीक्षा की
उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को कोविड-19 वैश्विक महामारी को लेकर जागरूक करने के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम से लगातार अनाउंसमेंट कराया जाता रहा. विभाग के अधिकारियों द्वारा लगातार कोरोना निगरानी समिति द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की जाती रही.
जिला पंचायत राज अधिकरी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान जो लोग अन्य प्रदेशों और महानगरों से वापस गांवों में आए, उन तमाम लोगों को एहतियात के तौर दो हफ्तों के लिए क्वारंटाइन किया गया. 41 ग्राम पंचायतों में कुल 241 लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया. जबकि जिन लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण दिखाई दिए, उन लोगों की सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी गई.