नई दिल्ली/गाजियाबादः गाजियाबाद में 15 सितंबर से 30 सितंबर 2022 तक आयुष्मान पखवाड़ा चलाया जायेगा. इस अभियान के दौरान विशेष रूप से ऐसे सभी पात्र परिवारों को लक्षित किया जायेगा, जिनमें अब तक किसी भी सदस्य के पास आयुष्मान कार्ड उपलब्ध नही है और जो अन्त्योदय कार्ड धारक परिवारों के सदस्य हैं, उन्हें आयुष्मान कार्ड से आच्छादित किया जाना है. इसके अतिरिक्त पंजीकृत श्रमिकों का भी गोल्डेन कार्ड बनाया जायेगा. इस योजना के अन्तर्गत 5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है. इसके लिए लाभार्थियों को अपना आधार कार्ड एवं राशन कार्ड/अन्त्योदय कार्ड या परिवार रजिस्टर की नकल लाना अनिवार्य है.
अपर जिलाधिकारी नगर विपिन कुमार के मुताबिक ग्रामवार/वार्डवार डाटा के आधार पर कार्य योजना तैयार कर ली गई है. आयुष्मान कार्ड बनाने हेतु कर्मचारियों को चिह्नित कर लिया गया है. आयोजित कैम्प में आयुष्मान कार्ड जन सेवा केन्द्रों, आरोग्य मित्र, पंचायत सहायकों द्वारा चयनित लाभार्थियों के निःशुल्क गोल्डेन कार्ड बनाये जायेंगे. लाभार्थी अपने पात्रता की जानकारी नजदीकी जन सेवा केन्द्रों, ग्राम की आशा बहू, कोटेदार एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा प्राप्त कर सकते है. लाभार्थी योजना संबंधी किसी भी जानकारी के लिए 14555 पर फोन कर प्राप्त कर सकते है.
उन्होने बताया कि आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए वर्तमान बीआईएस प्रावधानों के अतिरिक्त एनएचए द्वारा हाल ही में प्रारम्भ किये गये 'Face Authentication' प्रक्रिया द्वारा भी लाभार्थी सत्यापन की व्यवस्था की गई है. इसके लिए सभी आशाओं के पास उपलब्ध एन्ड्रॉयड मोबाईल फोन में Face Authentication App डाउनलोड कर इस ऐप के माध्यम से लाभार्थियों का सत्यापन किया जायेगा. विपिन कुमार के मुताबिक आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन अरोग्य अभियान के अंतर्गत अबतक जिले में 64,422 परिवारों के सापेक्ष 1,82,382 लाभार्थियों को योजना से आच्छादित किया गया है, जिन्हें 5 लाख का निशुल्क स्वास्थ्य बीमा दिया गया है.
नोडल अधिकारी डॉ आर.के गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में योजना के अंतर्गत 7 राजकीय चिकित्सालय एवं 35 निजी चिकित्सालय आबद्ध हैं एवं जनपद में अब तक 14,022 (Including Portability Cases) लाभार्थियों को योजना के अंतर्गत स्वास्थ्य लाभ दिलाया गया है. योजना अंतर्गत श्वास रोग, हृदय रोग, गुर्दा रोग, पेट रोग, अस्थि रोग, मस्तिष्क रोग, सामान्य एवं जटिल सर्जरी, तथा जनरल मेडिसिन के केसेज इत्यादि को कवर किया गया है. नोडल अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक ब्लॉक स्तरीय प्राथमिक/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा शहरी स्वास्थ्य केन्द्र पर नोडल टीम बनाकर कार्य योजना के अनुसार अभियान को संचालित किया जायेगा.
अपर जिलाधिकारी नगर ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि ब्लॉक/पंचायत/वार्ड स्तर पर बैठकें आयोजित करते हुये अभियान से जुड़े सभी फील्ड कार्यकर्ताओं को आयुष्मान कार्ड कैम्प की तिथि और स्थान से अवगत कराया जाये तथा चिन्हित लाभार्थी परिवार के अधिक से अधिक सदस्यों का आयुष्मान कार्ड अभियान के दौरान गोल्डन कार्ड बनवा दिया जाये.
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मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ भवतोष शंखधर ने बताया कि आयुष्मान भारत गोल्डेन कार्ड बनाये जाने का मुख्य उद्देश्य है कि गरीबी रेखा के नीचे आने वाले परिवारों को पांच लाख तक का स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जा सके. आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड योजना के तहत ऐसे गरीब, असहाय व्यक्ति जो बड़ी से बड़ी बीमारी से गुजरते हुए अपना इलाज नहीं करवा सकते हैं, उनका इलाज बेहतर तरीके से हो सके.