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गाज़ियाबाद: जिला एवं सत्र न्यायालय में पार्किंग की समस्या से जूझ रहे वकील

बार एसोसिएशन गाजियाबाद के सचिव विजय गौड़ का कहना है कि न्यायालय परिसर में पार्किंग के लिए निर्धारित स्थान ना होना एक बड़ी समस्या है.

बार एसोसिएशन गाजियाबाद सचिव विजय गौड़
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Published : Nov 5, 2019, 11:32 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली से सटे गाजियाबाद में जिला और सत्र न्यायालय में पार्किंग के लिए निर्धारित स्थान ना होने के कारण वकीलों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. पार्किंग ना होने की वजह से लोग अपने वाहन सड़क पर खड़े कर देते हैं. जिससे पैदल चलने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

न्यायालय परिसर में पार्किंग की समस्या

अतिक्रमण के कारण अस्पताल पहुंचने में हुई थी देरी
जिला और सत्र न्यायालय परिसर में पार्किंग की समस्या को लेकर ईटीवी भारत ने बार एसोसिएशन गाजियाबाद के सचिव विजय गौड़ से बातचीत की. उन्होंने बताया कि न्यायालय परिसर में पार्किंग के लिए निर्धारित स्थान ना होना एक बड़ी समस्या है. वाहनों के अतिक्रमण के कारण सीनियर वकील अनिल बोरा को अस्पताल पहुंचने में देरी हो गई थी. जिसके कारण उनकी मृत्यु हो गई.

कई बार की गई शिकायत
विजय गौड़ ने बताया कि पार्किंग की समस्या को लेकर बार एसोसिएशन गाजियाबाद की कार्यकारिणी ने जिला प्रशासन से कई बार वार्ता की है, लेकिन अभी तक जिला प्रशासन की तरफ से पार्किंग की समस्या का समाधान निकालने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.

उन्होंने बताया कि पार्किंग के लिए निर्धारित स्थान ना होने के कारण वकीलों को सड़क और चैबर्स के सामने वाहन पार्क करने पड़ते हैं.

पैदल चलने वालों को परेशानी होती है
न्यायालय परिसर में निर्धारित पार्किंग ना होने से वकील वाहन सड़क पर खड़े करते हैं. जिससे पैदल चलने वालों को परेशानी होती है. ऐसे में सवाल ये खड़ा होता है कि कोर्ट परिसर में अगर कोई दुर्घटना घट जाए तो अग्निशमन की गाड़ी या एंबुलेंस अंदर कैसे पहुंचेगी.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली से सटे गाजियाबाद में जिला और सत्र न्यायालय में पार्किंग के लिए निर्धारित स्थान ना होने के कारण वकीलों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. पार्किंग ना होने की वजह से लोग अपने वाहन सड़क पर खड़े कर देते हैं. जिससे पैदल चलने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

न्यायालय परिसर में पार्किंग की समस्या

अतिक्रमण के कारण अस्पताल पहुंचने में हुई थी देरी
जिला और सत्र न्यायालय परिसर में पार्किंग की समस्या को लेकर ईटीवी भारत ने बार एसोसिएशन गाजियाबाद के सचिव विजय गौड़ से बातचीत की. उन्होंने बताया कि न्यायालय परिसर में पार्किंग के लिए निर्धारित स्थान ना होना एक बड़ी समस्या है. वाहनों के अतिक्रमण के कारण सीनियर वकील अनिल बोरा को अस्पताल पहुंचने में देरी हो गई थी. जिसके कारण उनकी मृत्यु हो गई.

कई बार की गई शिकायत
विजय गौड़ ने बताया कि पार्किंग की समस्या को लेकर बार एसोसिएशन गाजियाबाद की कार्यकारिणी ने जिला प्रशासन से कई बार वार्ता की है, लेकिन अभी तक जिला प्रशासन की तरफ से पार्किंग की समस्या का समाधान निकालने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.

उन्होंने बताया कि पार्किंग के लिए निर्धारित स्थान ना होने के कारण वकीलों को सड़क और चैबर्स के सामने वाहन पार्क करने पड़ते हैं.

पैदल चलने वालों को परेशानी होती है
न्यायालय परिसर में निर्धारित पार्किंग ना होने से वकील वाहन सड़क पर खड़े करते हैं. जिससे पैदल चलने वालों को परेशानी होती है. ऐसे में सवाल ये खड़ा होता है कि कोर्ट परिसर में अगर कोई दुर्घटना घट जाए तो अग्निशमन की गाड़ी या एंबुलेंस अंदर कैसे पहुंचेगी.

Intro:गाजियाबाद के जिला एवं सत्र न्यायालय में पार्किंग के लिए निर्धारित स्थान ना होने के कारण अधिवक्ताओं को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. पार्किंग ना होने के कारण लोग अपने वाहन सड़क पर खड़ा छोड़ देते हैं जिससे पैदल चलने में भी लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.



Body:जिला एवं सत्र न्यायालय परिसर में पार्किंग की समस्या को लेकर ईटीवी भारत ने बार एसोसिएशन गाजियाबाद के सचिव विजय गौड़ से बातचीत की. उन्होंने बताया कि न्यायालय परिसर में पार्किंग के लिए निर्धारित स्थान ना होना एक बड़ी समस्या है. वाहनों के अतिक्रमण के कारण सीनियर अधिवक्ता अनिल बोरा को अस्पताल पहुंचने में देरी हो गई थी जिसके कारण उनकी मृत्यु हो गई.

विजय गौड़ ने बताया कि पार्किंग की समस्या को लेकर बार एसोसिएशन गाजियाबाद की कार्यकारिणी ने जिला प्रशासन से कई बार वार्ता की है लेकिन अभी तक जिला प्रशासन द्वारा पार्किंग की समस्या का समाधान निकालने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.

उन्होंने बताया कि पार्किंग के लिए निर्धारित स्थान ना होने के कारण अधिवक्ताओं को सड़क एवं चैम्बर्स के सामने वाहन पार्क करने पड़ते हैं.


Conclusion:न्यायालय परिसर में निर्धारित पार्किंग ना होने से अधिवक्ता वाहन सड़क पर खड़े करते हैं जिससे पैदल चलने वालों को परेशानी होती है. ऐसे में सवाल ही खड़ा होता है कि कोर्ट परिसर में अगर कोई दुर्घटना घट जाए तो अग्निशमन की गाड़ी या एंबुलेंस अंदर कैसे पहुँचेगी.

वीडियो मोजो से भेजी है: court_parking_issue
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