ETV Bharat / city

गाजियाबाद: गाजीपुर बॉर्डर पहुंचा 'बाबा का कोल्हू', किसानों के लिए है इसका काफी महत्व

गाजीपुर बॉर्डर पर बाबा महेंद्र सिंह टिकैत का गन्ने का कोल्हू लाया गया है. राकेश टिकैत ने इस कोल्हू से गन्ने का जूस निकाला. किसान नेताओं का मानना है कि जहां भी बाबा टिकैत का कोल्हू जाता है, वहां किसानों की विजय होती है.

Baba Mahendra Singh Tikait crusher brought to Ghazipur border in Ghaziabad
25 साल पुराना कोल्हू
author img

By

Published : Feb 21, 2021, 12:43 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजीपुर बॉर्डर पर 25 साल पुराना गन्ने का कोल्हू लाया गया है. जिसका उद्घाटन राकेश टिकैत ने किया. इसी से गन्ने का जूस निकाला जा रहा है. खुद राकेश टिकैत ने इस कोल्हू से गन्ने का जूस निकाला. बताया जा रहा है कि 25 साल पहले लाल किले पर इसी कोल्हू को बाबा महेंद्र सिंह टिकैत ने स्थापित किया था. जहां किसानों के आंदोलन की विजय हुई थी. किसानों के लिए इस कोल्हू का काफी महत्व है.

राकेश टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर पर बाबा टिकैत के कोल्हू से गन्ने का जूस निकाला



बाबा टिकैत का कोल्हू दिलाता है विजय

किसान नेताओं का कहना है कि जहां भी बाबा टिकैत का कोल्हू जाता है, वहां किसानों की विजय होती है. 25 साल पहले 1995 में भी लाल किले के पास हुए आंदोलन में किसानों की विजय हुई थी.उसके बाद से कई आंदोलन में यह कोल्हू गया है. जहां यह कोलू स्थापित हो जाता है, वहां से किसान विजय के बाद ही उठते हैं. उससे पहले किसान वहीं पर रहते हैं.


गर्मी की तैयारी का आगाज

गर्मी में गन्ने के जूस से काफी राहत मिलती है और उसी गर्मी की तैयारी आंदोलन स्थल पर भी लगातार की जा रही है. लेकिन कोल्हू के साथ एक बड़ी तैयारी का आगाज हो गया है.

ये भी पढ़ें:-कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध गैर-जरूरी : श्रीधरन

राकेश टिकैत ने यह भी कहा कि सरकार ने अभी तक किसी भी तारीख को लेकर बात नहीं की है. इसलिए आंदोलन बड़ा करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजीपुर बॉर्डर पर 25 साल पुराना गन्ने का कोल्हू लाया गया है. जिसका उद्घाटन राकेश टिकैत ने किया. इसी से गन्ने का जूस निकाला जा रहा है. खुद राकेश टिकैत ने इस कोल्हू से गन्ने का जूस निकाला. बताया जा रहा है कि 25 साल पहले लाल किले पर इसी कोल्हू को बाबा महेंद्र सिंह टिकैत ने स्थापित किया था. जहां किसानों के आंदोलन की विजय हुई थी. किसानों के लिए इस कोल्हू का काफी महत्व है.

राकेश टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर पर बाबा टिकैत के कोल्हू से गन्ने का जूस निकाला



बाबा टिकैत का कोल्हू दिलाता है विजय

किसान नेताओं का कहना है कि जहां भी बाबा टिकैत का कोल्हू जाता है, वहां किसानों की विजय होती है. 25 साल पहले 1995 में भी लाल किले के पास हुए आंदोलन में किसानों की विजय हुई थी.उसके बाद से कई आंदोलन में यह कोल्हू गया है. जहां यह कोलू स्थापित हो जाता है, वहां से किसान विजय के बाद ही उठते हैं. उससे पहले किसान वहीं पर रहते हैं.


गर्मी की तैयारी का आगाज

गर्मी में गन्ने के जूस से काफी राहत मिलती है और उसी गर्मी की तैयारी आंदोलन स्थल पर भी लगातार की जा रही है. लेकिन कोल्हू के साथ एक बड़ी तैयारी का आगाज हो गया है.

ये भी पढ़ें:-कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध गैर-जरूरी : श्रीधरन

राकेश टिकैत ने यह भी कहा कि सरकार ने अभी तक किसी भी तारीख को लेकर बात नहीं की है. इसलिए आंदोलन बड़ा करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.

For All Latest Updates

TAGGED:

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.