नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजीपुर बॉर्डर पर 25 साल पुराना गन्ने का कोल्हू लाया गया है. जिसका उद्घाटन राकेश टिकैत ने किया. इसी से गन्ने का जूस निकाला जा रहा है. खुद राकेश टिकैत ने इस कोल्हू से गन्ने का जूस निकाला. बताया जा रहा है कि 25 साल पहले लाल किले पर इसी कोल्हू को बाबा महेंद्र सिंह टिकैत ने स्थापित किया था. जहां किसानों के आंदोलन की विजय हुई थी. किसानों के लिए इस कोल्हू का काफी महत्व है.
बाबा टिकैत का कोल्हू दिलाता है विजय
किसान नेताओं का कहना है कि जहां भी बाबा टिकैत का कोल्हू जाता है, वहां किसानों की विजय होती है. 25 साल पहले 1995 में भी लाल किले के पास हुए आंदोलन में किसानों की विजय हुई थी.उसके बाद से कई आंदोलन में यह कोल्हू गया है. जहां यह कोलू स्थापित हो जाता है, वहां से किसान विजय के बाद ही उठते हैं. उससे पहले किसान वहीं पर रहते हैं.
गर्मी की तैयारी का आगाज
गर्मी में गन्ने के जूस से काफी राहत मिलती है और उसी गर्मी की तैयारी आंदोलन स्थल पर भी लगातार की जा रही है. लेकिन कोल्हू के साथ एक बड़ी तैयारी का आगाज हो गया है.
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राकेश टिकैत ने यह भी कहा कि सरकार ने अभी तक किसी भी तारीख को लेकर बात नहीं की है. इसलिए आंदोलन बड़ा करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.