नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे पर मुआवजे की मांग को लेकर आज किसान पंचायत कर रहे हैं. जिसको समर्थन देने के लिए आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद जा रहे थे, जिनको मुरादनगर पुलिस ने गंग नहर के निकट रोक लिया. इस दौरान ईटीवी भारत ने चंद्रशेखर आजाद से खास बातचीत की.
ईटीवी भारत को आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने बताया कि दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे पर कहीं पर भूमि अधिग्रहण का रेट 22 हजार और कहीं पर मात्र 46 सौ रुपये रखा गया है. किसानों के साथ इस तरीके से दुर्व्यवहार किया जा रहा है, ऐसे कुछ बड़े लोगों को लाभ देकर छोटे लोगों को इससे वंचित कर दिया जाएगा. यह गलत है और आज इस आवाज को बुलंद करने के लिए एक पंचायत है. जिसको समर्थन देने के लिए वह जा रहे थे. जिस कारण उनको प्रशासन द्वारा रास्ते में रोक लिया गया है. जिसमें सरकार तानाशाही रवैया अपना रही है.
'किसानों के साथ छल कर रही है सरकार'
इसके साथ ही चंद्रशेखर आजाद का कहना है कि किसान, मजदूर इस देश की रीढ़ हैं. किसान 8 महीने से सही मुआवजे की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनके साथ छल कर रही है. इसीलिए यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम उनकी आवाज उठाएं और बहरी सरकार के कानों में यह संदेश दे कि लोकतंत्र में यह सब नहीं चलेगा.
'पूंजीपतियों की सरकार, गरीबों के बारे में नहीं सोच रही'
कोरोना वायरस को लेकर किए गए लाॅकडाउन पर चंद्रशेखर आजाद का कहना है कि पूंजीपतियों की सरकार गरीबों के बारे में नहीं सोच सकती है. क्योंकि किसान मजदूरों की संसद में भागीदारी नहीं है, इसलिए सरकार उनकी आवाज नहीं सुन रही है. लॉकडाउन में भारत देश में प्रवासी मजदूरों के साथ जो हालात हुए हैं वह पूरी दुनिया में कहीं नहीं हुए हैं.