नई दिल्ली/गाजियाबाद: कहते हैं कि मेहनत करने वालों की हार नहीं होती. निरंतर मेहनत करने वालों का साथ ईश्वर भी कभी नहीं छोड़ता है. मेहनत करने वालों को उनका मनचाहा मुकाम जरूर मिलता है. कुछ ऐसी ही कहानी है गाज़ियाबाद की बेटी अर्चना बिष्ट की जिनके कभी गणित में 100 में से 11 नंबर आए थे लेकिन आज वही अर्चना भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organisation) में चयनित हुई हैं.
गाजियाबाद के प्रताप विहार इलाके की रहने वाली अर्चना बिष्ट ने 12वीं तक की पढ़ाई ब्लूम पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल से की. दिल्ली विश्वविद्यालय के लक्ष्मीबाई कॉलेज से अर्चना ने बीएससी मैथमेटिक्स (ऑनर्स) किया. जिसके बाद उन्होंने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में मैथ्स से एमएससी किया.
अर्चना बताती हैं लॉकडाउन के दौरान उन्होंने इसरो की परीक्षा की तैयारी की. परीक्षा अप्रैल 2020 में होनी थी लेकिन कोरोना के चलते परीक्षा की तारीख आगे बढ़ गई. जब कोरोना के खतरे से बचने के लिए लोग घरों में कैद थे तब अर्चना ने किताबों को अपना हमसफर बना लिया. लॉकडाउन के दौरान उन्होंने जमकर मॉक टेस्ट आदि की प्रैक्टिस की. अर्चना बताती हैं कि लॉकडाउन के दौरान पढ़ाई काफी अच्छे से हुई. मेहनत का फल परीक्षा के नतीजों में देखने को मिला. लिखित और इंटरव्यू दोनों में सफलता मिली. इतना ही नहीं अर्चना इसरो की परीक्षा पास करने से पहले कई प्रतिष्ठित परीक्षाओं में भी सफलता हासिल कर चुकी हैं.
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