नई दिल्ली/गाजियाबाद : जनपद गाजियाबाद के मुरादनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बीते 3 महीने से कुत्ते और अन्य जानवरों के काटने पर लगने वाले एंटी रेबीज इंजेक्शन न होने से अस्पताल में आने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इसीलिए मजबूरी में लोगों को प्राइवेट में इंजेक्शन खरीदकर लगवाना पड़ रहा है.
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पीड़ितों को लौटना पड़ता है वापस
ईटीवी भारत को मुरादनगर निवासी वसीम ने बताया कि उनके बेटे को कुत्ते ने काट लिया था, जिसके बाद उन्होंने अपने बच्चे को नानी के यहां सरधना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दो एंटी रेबीज के इंजेक्शन लगवाये थे, लेकिन जब बच्चा मुरादनगर अपने दादा के घर पहुंचा तो तीसरा इंजेक्शन लगवाने के लिए मुरादनगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अस्पताल प्रशासन ने एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाने से मना करते हुए कहा है कि एंटी रेबीज इंजेक्शन नहीं है.
जिला सामुदायिक केंद्र में लगवाएं इंजेक्शन
ईटीवी भारत ने जब इस पूरे मामले को लेकर मुरादनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी कैलाशचंद्र से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि पूरे उत्तर प्रदेश में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में एंटी रेबीज इंजेक्शन नहीं हैं. ऐसे में जिस किसी को भी एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाने हैं. वह जिला सरकारी अस्पताल में लगवाए.