ETV Bharat / city

मुरादनगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 3 महीने से नहीं है एंटी रेबीज इंजेक्शन - मुरादनगर में एंटी रेबीज इंजेक्शन

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कुत्ते और अन्य जानवरों के काटने के बाद लगने वाला रेबीज का इंजेक्शन नहीं है. लोगों को खरीदकर लगवाना पड़ रहा है. बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के किसी भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पिछले 3 महीने से रेबीज के इंजेक्शन नहीं हैं.

Anti rabies injection finished in hospital in ghaziabad
अस्पताल एंटी रेबीज इंजेक्शन नहीं
author img

By

Published : Mar 13, 2021, 6:37 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद : जनपद गाजियाबाद के मुरादनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बीते 3 महीने से कुत्ते और अन्य जानवरों के काटने पर लगने वाले एंटी रेबीज इंजेक्शन न होने से अस्पताल में आने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इसीलिए मजबूरी में लोगों को प्राइवेट में इंजेक्शन खरीदकर लगवाना पड़ रहा है.

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र

ये भी पढ़ें:-दिल्ली में फिर बढ़ा कोरोना संक्रमण, सीएम ने कहा- जरूरत पड़ी तो उठाएंगे कड़े कदम

ये भी पढ़ें:-गुरुद्वारा चुनाव की तारीख के पहले ही अकाली दल ने शुरू किया चुनाव प्रचार

पीड़ितों को लौटना पड़ता है वापस

ईटीवी भारत को मुरादनगर निवासी वसीम ने बताया कि उनके बेटे को कुत्ते ने काट लिया था, जिसके बाद उन्होंने अपने बच्चे को नानी के यहां सरधना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दो एंटी रेबीज के इंजेक्शन लगवाये थे, लेकिन जब बच्चा मुरादनगर अपने दादा के घर पहुंचा तो तीसरा इंजेक्शन लगवाने के लिए मुरादनगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अस्पताल प्रशासन ने एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाने से मना करते हुए कहा है कि एंटी रेबीज इंजेक्शन नहीं है.


जिला सामुदायिक केंद्र में लगवाएं इंजेक्शन
ईटीवी भारत ने जब इस पूरे मामले को लेकर मुरादनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी कैलाशचंद्र से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि पूरे उत्तर प्रदेश में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में एंटी रेबीज इंजेक्शन नहीं हैं. ऐसे में जिस किसी को भी एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाने हैं. वह जिला सरकारी अस्पताल में लगवाए.

नई दिल्ली/गाजियाबाद : जनपद गाजियाबाद के मुरादनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बीते 3 महीने से कुत्ते और अन्य जानवरों के काटने पर लगने वाले एंटी रेबीज इंजेक्शन न होने से अस्पताल में आने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इसीलिए मजबूरी में लोगों को प्राइवेट में इंजेक्शन खरीदकर लगवाना पड़ रहा है.

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र

ये भी पढ़ें:-दिल्ली में फिर बढ़ा कोरोना संक्रमण, सीएम ने कहा- जरूरत पड़ी तो उठाएंगे कड़े कदम

ये भी पढ़ें:-गुरुद्वारा चुनाव की तारीख के पहले ही अकाली दल ने शुरू किया चुनाव प्रचार

पीड़ितों को लौटना पड़ता है वापस

ईटीवी भारत को मुरादनगर निवासी वसीम ने बताया कि उनके बेटे को कुत्ते ने काट लिया था, जिसके बाद उन्होंने अपने बच्चे को नानी के यहां सरधना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दो एंटी रेबीज के इंजेक्शन लगवाये थे, लेकिन जब बच्चा मुरादनगर अपने दादा के घर पहुंचा तो तीसरा इंजेक्शन लगवाने के लिए मुरादनगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अस्पताल प्रशासन ने एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाने से मना करते हुए कहा है कि एंटी रेबीज इंजेक्शन नहीं है.


जिला सामुदायिक केंद्र में लगवाएं इंजेक्शन
ईटीवी भारत ने जब इस पूरे मामले को लेकर मुरादनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी कैलाशचंद्र से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि पूरे उत्तर प्रदेश में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में एंटी रेबीज इंजेक्शन नहीं हैं. ऐसे में जिस किसी को भी एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाने हैं. वह जिला सरकारी अस्पताल में लगवाए.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.