ETV Bharat / city

गाजियाबाद: पीएसी एडीजी पहुंचे किसान आंदोलन की ड्यूटी में शहीद हुए जवानों के घर - पीएसी जवानों की बीती दो तारीख को हादसे में मौत

गाजियाबाद में किसान आंदोलन के दौरान सुरक्षा में लगे दो पीएसी जवानों की बीती दो तारीख को हादसे में मौत हो गई थी. दोनों जवान गाजियाबाद के रहने वाले थे.

ADG of PAC arrives at martyred house PAC jawans in duty of farmer protest in ghaziabad
पीएसी के एडीजी
author img

By

Published : Feb 9, 2021, 6:53 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में किसान आंदोलन के दौरान सुरक्षा में लगे दो पीएसी जवानों की बीती दो तारीख को हादसे में मौत हो गई थी. दोनों जवान गाजियाबाद के रहने वाले थे. आज शहीद जवानों के परिवारों से मिलने के लिए पीएसी के एडीजी वीके सिंह पहुंचे. मसूरी में रहने वाले शहीद जवान प्रवीण के घर पहुंचने पर पीएसी के एडीजी वीके सिंह ने कहा कि दोनों परिवारों की हर संभव मदद की जा रही है. उन्होंने बताया कि पीएसी के जवानों ने खुद मिलकर भी शहीदों के परिवारों के लिए धनराशि एकत्रित की है, जो आज संबंधित परिवारों को सौंपी गई है.

शहीद हुए पीएसी जवानों के घर पहुंचे एसी के एडीजी

नौकरी और अन्य सहायता का वादा दोहराया

इसके अलावा नौकरी और अन्य सहायता का आश्वासन भी उन्होंने फिर से दोहराया. बुलंदशहर के सिकंदराबाद में बीती 2 तारीख को अनियंत्रित ट्रक, किसान आंदोलन के पास ड्यूटी दे रहे दो जवानों को कुचलता हुआ पलट गया था. हादसे में गाजियाबाद के मसूरी और भोजपुर के रहने वाले दो पीएसी जवानों की दर्दनाक मौत हो गई थी.

शादी के सपने हुए चकनाचूर

मसूरी के रहने वाले प्रवीण ने महज 6 महीने पहले ही पीएसी की नौकरी ज्वाइन की थी. प्रवीण की उम्र महज 21 साल थी. परिवार ने उसकी शादी के सपने संजोए थे, जो चकनाचूर हो गए. प्रवीण की मौत की खबर जैसे ही उसके परिवार तक पहुंची थी. वैसे ही घर में कोहराम मच गया था. जवान की मौत की भरपाई तो कोई मुआवजा नहीं कर सकता, लेकिन पीएसी जवानों की तरफ से एकत्रित करके भेजी गई सहायता के बाद आसपास के लोगों का कहना है कि यह काबिले तारीफ पहल है.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में किसान आंदोलन के दौरान सुरक्षा में लगे दो पीएसी जवानों की बीती दो तारीख को हादसे में मौत हो गई थी. दोनों जवान गाजियाबाद के रहने वाले थे. आज शहीद जवानों के परिवारों से मिलने के लिए पीएसी के एडीजी वीके सिंह पहुंचे. मसूरी में रहने वाले शहीद जवान प्रवीण के घर पहुंचने पर पीएसी के एडीजी वीके सिंह ने कहा कि दोनों परिवारों की हर संभव मदद की जा रही है. उन्होंने बताया कि पीएसी के जवानों ने खुद मिलकर भी शहीदों के परिवारों के लिए धनराशि एकत्रित की है, जो आज संबंधित परिवारों को सौंपी गई है.

शहीद हुए पीएसी जवानों के घर पहुंचे एसी के एडीजी

नौकरी और अन्य सहायता का वादा दोहराया

इसके अलावा नौकरी और अन्य सहायता का आश्वासन भी उन्होंने फिर से दोहराया. बुलंदशहर के सिकंदराबाद में बीती 2 तारीख को अनियंत्रित ट्रक, किसान आंदोलन के पास ड्यूटी दे रहे दो जवानों को कुचलता हुआ पलट गया था. हादसे में गाजियाबाद के मसूरी और भोजपुर के रहने वाले दो पीएसी जवानों की दर्दनाक मौत हो गई थी.

शादी के सपने हुए चकनाचूर

मसूरी के रहने वाले प्रवीण ने महज 6 महीने पहले ही पीएसी की नौकरी ज्वाइन की थी. प्रवीण की उम्र महज 21 साल थी. परिवार ने उसकी शादी के सपने संजोए थे, जो चकनाचूर हो गए. प्रवीण की मौत की खबर जैसे ही उसके परिवार तक पहुंची थी. वैसे ही घर में कोहराम मच गया था. जवान की मौत की भरपाई तो कोई मुआवजा नहीं कर सकता, लेकिन पीएसी जवानों की तरफ से एकत्रित करके भेजी गई सहायता के बाद आसपास के लोगों का कहना है कि यह काबिले तारीफ पहल है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.