नई दिल्ली: अजमेर जिले में ट्रैक्टर रैली के दौरान पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को ट्रैक्टर मंच से उतारने के मामले में राजस्थान की सियासत गरमा गई है. इसको गरमाहट दी है आचार्य प्रमोद कृष्णम के ट्वीट ने.
अशोक गहलोत राजस्थान के मुख्यमंत्री हैं और प्रदेश के मुखिया हैं, जो परिवार का मुखिया होता है उसे सबको साथ लेकर चलना चाहिए. अशोक गहलोत को भारतीय जनता पार्टी से लड़ना चाहिए और वे लड़ रहे हैं सचिन पायलट से. हमारा देश बहुत ही खतरनाक दौर से गुज़र रहा है. ऐसे में सबको मिलजुल कर काम करना चाहिए. कांग्रेस पार्टी एक बहुत बड़ी राजनैतिक पार्टी है और भारतीय जनता पार्टी का एक स्वाभाविक विकल्प है. ऐसे में मुझे नही लगता कि अशोक गहलोत ने सचिन पायलट के साथ जो व्यवहार किया है उससे कांग्रेस को मजबूती मिलेगी. मैं ऐसा नहीं मानता. मैं ऐसा मानता हूं कि सचिन पायलट का सम्मान होना चाहिए.
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किसानों की “पंचायत” में किसान नेता को मंच से उतार कर किसानों का भला कैसे हो पायेगा, सवाल सचिन पायलट की तौहीन और इज़्ज़त का नहीं है, सवाल कांग्रेस के “भविष्य”
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आचार्य प्रमोद कृष्णम ने साथ ही यह भी कहा कि सचिन पायलट की जो तौहीन की जा रही है इसके पीछे कोई बहुत बड़ी साज़िश है. ऐसा नहीं किया जाना चाहिए.