नई दिल्ली/गाजियाबाद: श्री कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम के नेतृत्व और काशी सुमेरु पीठ के जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती के सानिध्य में भारत के प्रमुख संतों का 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भारतीय किसान यूनियन और सयुंक्त किसान मोर्चा के तत्वाधान में चल रहे किसान आंदोलन को अपना समर्थन एवं शुभाशीष प्रदान करने के लिए आज गाजीपुर बार्डर पहुंचे.
'पीएम मोदी का दिल पत्थर का हो गया है'
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दिल पत्थर हो गया है. 75 दिन से किसान का ठंड में ठिठुर रहा है. प्रधानमंत्री का पत्थर दिल पिघल नहीं रहा है. देश के संतों ने फैसला किया है कि किसानों के दर्द और पीड़ा में संत समाज किसानों के साथ खड़ा हुआ है. पीएम मोदी देश के किसानों को धोखा देना चाहते हैं. उन्हें तुरंत तीनों काले कानूनों को वापस लेना चाहिए और देश की सरकार को किसानों को बदनाम करने की साजिश बंद कर देनी चाहिए.
'किसानों के साथ खड़े हैं संत'
उन्होंने आगे कहा कि देश का किसान अब प्रधानमंत्री की बातों पर यकीन नहीं करता है. किसान आंदोलन के दौरान सैकड़ों किसान शहीद हो चुके हैं. ऐसे में प्रधानमंत्री को शहीद किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए आगे आना चाहिए था लेकिन प्रधानमंत्री द्वारा एक ट्वीट भी नहीं किया गया.
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा देश का किसान और संत समाज चाहता है कि जल्द तीन काले कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए. संत समाज किसान आंदोलन का समर्थन करता है. किसानों की इस लड़ाई हम उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं.
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