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गाजियाबाद: JMI ने किया तुलसी निकेतन फ्लैट्स का सर्वे, शुरू होगा रिकंस्ट्रक्शन

गाजियाबाद में JMI द्वारा फ्लैट्स के सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर गाजियाबाद विकास प्राधिकरण वहां के सभी जर्जर फ्लैट्सों को तोड़ेगा. रिपोर्ट में पता चला कि सभी फ्लैट जर्जर हालत में हैं और किसी भी वक्त गिर सकते हैं.

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Published : Aug 10, 2019, 2:53 PM IST

तुलसी निकेतन फ्लैट्स, etv bharat

नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद के तुलसी निकेतन में फ्लैट्स के रिकंस्ट्रक्शन का काम जल्द शुरू होगा. जीडीए यहां के निवासियों के लिए जल्द ही हाई राइज अपार्टमेंट का निर्माण कराएगा. उसके बाद वहां के पुराने जर्जर फ्लैट्स को तोड़ा जाएगा.

गाजियाबाद में फ्लैट्स के रिकंस्ट्रक्शन का काम शुरु

जामिया मिलिया इस्लामिया ने किया था सर्वे
गौरतलब है कि तुलसी निकेतन के जर्जर फ्लैट्स का सर्वे करने के लिए जीडीए ने जामिया मिलिया इस्लामिया के आर्किटेक्चर विभाग को नियुक्त किया था.
जामिया द्वारा जीडीए को सौंपी गई रिपोर्ट में इस बात का जिक्र था कि वहां के सभी फ्लैट जर्जर हालत में है और किसी भी वक्त गिर सकते हैं. इसलिए इन फ्लैट्स को तोड़ा जाना ही अंतिम उपाय है.

हाई राइज अपार्टमेंट का निर्माण कराएगा जीडीए
हाई राइज अपार्टमेंट निर्माण के संबंध में जीडीए के एक अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में तुलसी निकेतन में करीब 15 हजार लोग रह रहे हैं. अगर जीडीए वहां मकानों को तोड़ता है तो इनके समक्ष सर छुपाने की समस्या आन पड़ेगी. इसी को ध्यान में रखते हुए जीडीए पहले वहां हाई राइज अपार्टमेंट का निर्माण करेगा और उसके बाद वहां के जर्जर फ्लैट्स को तोड़ा जाएगा.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद के तुलसी निकेतन में फ्लैट्स के रिकंस्ट्रक्शन का काम जल्द शुरू होगा. जीडीए यहां के निवासियों के लिए जल्द ही हाई राइज अपार्टमेंट का निर्माण कराएगा. उसके बाद वहां के पुराने जर्जर फ्लैट्स को तोड़ा जाएगा.

गाजियाबाद में फ्लैट्स के रिकंस्ट्रक्शन का काम शुरु

जामिया मिलिया इस्लामिया ने किया था सर्वे
गौरतलब है कि तुलसी निकेतन के जर्जर फ्लैट्स का सर्वे करने के लिए जीडीए ने जामिया मिलिया इस्लामिया के आर्किटेक्चर विभाग को नियुक्त किया था.
जामिया द्वारा जीडीए को सौंपी गई रिपोर्ट में इस बात का जिक्र था कि वहां के सभी फ्लैट जर्जर हालत में है और किसी भी वक्त गिर सकते हैं. इसलिए इन फ्लैट्स को तोड़ा जाना ही अंतिम उपाय है.

हाई राइज अपार्टमेंट का निर्माण कराएगा जीडीए
हाई राइज अपार्टमेंट निर्माण के संबंध में जीडीए के एक अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में तुलसी निकेतन में करीब 15 हजार लोग रह रहे हैं. अगर जीडीए वहां मकानों को तोड़ता है तो इनके समक्ष सर छुपाने की समस्या आन पड़ेगी. इसी को ध्यान में रखते हुए जीडीए पहले वहां हाई राइज अपार्टमेंट का निर्माण करेगा और उसके बाद वहां के जर्जर फ्लैट्स को तोड़ा जाएगा.

Intro:गाजियाबाद: दिल्ली से सटे गाजियाबाद के तुलसी निकेतन में फलटों का रिकंस्ट्रक्शन का काम जल्द शुरू होगा. आपको बता दें कि गाजियाबाद विकास प्राधिकरण यहां के निवासियों के लिए जल्द ही हाई राइज अपार्टमेंट का निर्माण कराएगा. उसके बाद वहां के पुराने जर्जर फ्लैटों को तोड़ा जाएगा.


Body:जामिया मिलिया इस्लामिया ने किया था सर्वे :
गौरतलब है कि तुलसी निकेतन के जर्जर फ्लैटों का सर्वे करने के लिए जीडीए ने जामिया मिलिया इस्लामिया के आर्किटेक्चर विभाग को नियुक्त किया था. जामिया द्वारा पेश रिपोर्ट के आधार पर ही गाजियाबाद विकास प्राधिकरण वहां के सभी जर्जर फ्लैटों को तोड़ेगा. आपको बता दें कि जामिया द्वारा जीडीए को सौंपी गई रिपोर्ट में इस बात का जिक्र था कि वहां के सभी फ्लैट जर्जर हालत में है और किसी भी वक्त धराशाई हो सकते हैं. इसलिए इन फ्लैटों को तोड़ा जाना ही अंतिम उपाय है.

हाई राइज अपार्टमेंट का निर्माण कराएगा जेडीए :
हाई राइज अपार्टमेंट निर्माण के संबंध में जीडीए के एक अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में तुलसी निकेतन में करीब 15 हज़ार लोग रह रहे हैं. अगर जीडीए वहां मकानों को तोड़ता है तो इनके समक्ष सर छुपाने की समस्या आन पड़ेगी. इसी को ध्यान में रखते हुए जीडीए पहले वहां हाई राइज अपार्टमेंट का निर्माण करेगा और उसके बाद वहां के जर्जर फ्लैटों को तोड़ा जाएगा.


Conclusion:आपको बता दें कि तुलसी निकेतन कॉलोनी में लगभग 22 सौ ईडब्ल्यूएस और एलआईजी अपार्टमेंट है. जो काफी जर्जर हालत में है. मॉनसून सीजन में जानमाल की हानि ना हो इसलिए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण यहां के सभी जर्जर फ्लैटों को तोड़कर नया सिरे से फ्लैट बनाने जा रहा है.
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