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ओमीक्रॉन से खौफ में लोग, ग्रामीण इलाकों के बुजुर्गों में वैक्सीनेशन के लिए बढ़ा उत्साह - health department ghaziabad

गाजियाबाद के ग्रामीण इलाकों में 80 वर्षीय महिला Vaccination के लिए पहुंची. उनमें काफी उत्साह दिखा. वहीं अन्य स्थानीय महिलाएं और बुजुर्ग भी लगातार वैक्सीनेशन के लिए लगाए जा रहे कैंप में पहुंच रहे हैं. दरअसल नए वैरिएंट के खतरे के बाद लोगों में वैक्सीनेशन के लिए उत्साह बढ़ा है.

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Published : Dec 4, 2021, 7:25 PM IST

गाजियाबाद/नई दिल्ली : एक तरफ ओमीक्रॉन (omicron) के खतरे को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है, तो वहीं ग्रामीण इलाकों के बुजुर्गों और महिलाओं में भी वैक्सीनेशन को लेकर काफी जागरूकता देखने को मिल रही है. गाजियाबाद के ग्रामीण इलाकों में करीब 80 वर्षीय महिला वैक्सीनेशन (vaccination) के लिए पहुंची. उनमें काफी उत्साह दिखाई दिया. वहीं अन्य स्थानीय महिलाएं और बुजुर्ग भी लगातार वैक्सीनेशन के लिए लगाए जा रहे कैंप में पहुंच रहे हैं.

वैक्सीनेशन के लिए पहुंची करीब 80 साल की मुस्लिम महिला रहीसा ने बताया कि वह लंबे समय से वैक्सीनेशन के लिए कोशिश कर रही थी. उनके इलाके के मदरसे में कैंप लगते ही उन्हें यह मौका मिल पाया और आसानी से वैक्सीन लग पाई. रहीसा का कहना है कि हम सबको मिलकर कोरोना के नए वैरियंट ओमीक्रॉन (coronavirus variant omicron) को हराना है.

ग्रामीण इलाकों के बुजुर्गों में वैक्सीनेशन को लेकर बढ़ा उत्साह

ये भी पढे़ं: टीकाकरण आदेश यदि व्यक्तिगत स्वतंत्रता के अनुरूप नहीं तो इस पर विचार करेंगे : SC


जबसे ओमीक्रॉन की खबर आई है तबसे वायरस को लेकर चिंता और बढ़ गई है. अभी गाजियाबाद पूरी तरह से अलर्ट पर है. स्वास्थ्य विभाग (health department ghaziabad) ने पहले से ही इसके लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए थे. वैक्सीनेशन का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है, जो रिकॉर्ड स्तर पर जा रहा है. गाजियाबाद की बात करें तो शहरी इलाकों में तो वैक्सीनेशन का आंकड़ा ठीक रहा, मगर ग्रामीण इलाकों में उदासीनता देखने को मिल रही थी. मगर पिछले कुछ दिनों में वैक्सीनेशन का आंकड़ा ग्रामीण इलाकों में भी काफी तेजी से बढ़ा है, जो गाजियाबाद के लिए सकारात्मक खबर है.

ये भी पढे़ं: कोविड वैक्सीन की नहीं लगी पहली डोज तो बैन हो सकती है मेट्रो और बसों में एंट्री


गाजियाबाद का मसूरी इलाका जो देहात क्षेत्र में आता है. यहां पर मदरसों से लेकर गांव तक स्वास्थ्य विभाग कैंप लगा रहा है. छोटे-बड़े स्कूलों में भी कैंप का आयोजन किया जा रहा है. जहां पर काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. मुख्य रूप से महिलाएं और बुजुर्गों की संख्या भी अच्छी खासी देखने को मिल रही है. इससे साफ है कि वैक्सीनेशन को लेकर जागरूकता काफी बढ़ी है. समझा जा सकता है कि ओमीक्रॉन से जंग लड़ने के लिए भारत पूरी तरह से तैयार है. हालांकि सभी को जागरुक किया जा रहा है कि वैक्सीनेशन के बाद भी कोरोना की रोकथाम संबंधी जो नियम है उनको जरूर माना जाए.

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गाजियाबाद/नई दिल्ली : एक तरफ ओमीक्रॉन (omicron) के खतरे को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है, तो वहीं ग्रामीण इलाकों के बुजुर्गों और महिलाओं में भी वैक्सीनेशन को लेकर काफी जागरूकता देखने को मिल रही है. गाजियाबाद के ग्रामीण इलाकों में करीब 80 वर्षीय महिला वैक्सीनेशन (vaccination) के लिए पहुंची. उनमें काफी उत्साह दिखाई दिया. वहीं अन्य स्थानीय महिलाएं और बुजुर्ग भी लगातार वैक्सीनेशन के लिए लगाए जा रहे कैंप में पहुंच रहे हैं.

वैक्सीनेशन के लिए पहुंची करीब 80 साल की मुस्लिम महिला रहीसा ने बताया कि वह लंबे समय से वैक्सीनेशन के लिए कोशिश कर रही थी. उनके इलाके के मदरसे में कैंप लगते ही उन्हें यह मौका मिल पाया और आसानी से वैक्सीन लग पाई. रहीसा का कहना है कि हम सबको मिलकर कोरोना के नए वैरियंट ओमीक्रॉन (coronavirus variant omicron) को हराना है.

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जबसे ओमीक्रॉन की खबर आई है तबसे वायरस को लेकर चिंता और बढ़ गई है. अभी गाजियाबाद पूरी तरह से अलर्ट पर है. स्वास्थ्य विभाग (health department ghaziabad) ने पहले से ही इसके लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए थे. वैक्सीनेशन का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है, जो रिकॉर्ड स्तर पर जा रहा है. गाजियाबाद की बात करें तो शहरी इलाकों में तो वैक्सीनेशन का आंकड़ा ठीक रहा, मगर ग्रामीण इलाकों में उदासीनता देखने को मिल रही थी. मगर पिछले कुछ दिनों में वैक्सीनेशन का आंकड़ा ग्रामीण इलाकों में भी काफी तेजी से बढ़ा है, जो गाजियाबाद के लिए सकारात्मक खबर है.

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गाजियाबाद का मसूरी इलाका जो देहात क्षेत्र में आता है. यहां पर मदरसों से लेकर गांव तक स्वास्थ्य विभाग कैंप लगा रहा है. छोटे-बड़े स्कूलों में भी कैंप का आयोजन किया जा रहा है. जहां पर काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. मुख्य रूप से महिलाएं और बुजुर्गों की संख्या भी अच्छी खासी देखने को मिल रही है. इससे साफ है कि वैक्सीनेशन को लेकर जागरूकता काफी बढ़ी है. समझा जा सकता है कि ओमीक्रॉन से जंग लड़ने के लिए भारत पूरी तरह से तैयार है. हालांकि सभी को जागरुक किया जा रहा है कि वैक्सीनेशन के बाद भी कोरोना की रोकथाम संबंधी जो नियम है उनको जरूर माना जाए.

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