नई दिल्ली/गाज़ियाबाद: भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के रोटेशन नीति का असर अब गाजीपुर बॉर्डर पर दिखने लगा है. रोटेशन नीति के अंतर्गत यह तय किया गया था कि प्रत्येक पंचायत से 50 ट्रैक्टर प्रतिदिन गाजीपुर बॉर्डर पर आएंगे और कुछ दिन रुकने के बाद वापस लौट जाएंगे. इसके पीछे वजह यह बताई गई थी अभी किसानी का समय है और खेती प्रभावित न हो. इसके लिए रोटेशन नीति को लागू किया गया है. इस नीति का असर अब गाजीपुर बॉर्डर पर दिखने लगा है और मंगलवार को करीब 60 ट्रैक्टर गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे हैं.
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कराएंगे ताकत का एहसास
किसानों ने बताया कि सरकार अगर बात मान जाती है तो हम अभी लौट जाएंगे, वरना यहीं बैठे रहेंगे. सरकार अगर जिद्दी है तो हम सरकार से भी ज्यादा जिद्दी हैं. जब तक हमारी बातें नहीं सुनी जाती, तब तक आंदोलन चलता रहेगा. इसी तरह प्रत्येक दिन पश्चिम उत्तर प्रदेश के प्रत्येक ग्राम पंचायत से ट्रैक्टरों का काफिला यहां आता रहेगा.