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हाथरस कांड से आहत वाल्मीकि समाज के 236 लोगों ने अपनाया बौद्ध धर्म

हाथरस कांड से आहत होकर गाजियाबाद में वाल्मीकि समाज के 236 लोगों ने बौद्ध धर्म अपना लिया. मामला गाजियाबाद जिले के करहेड़ा का बताया जा रहा है.

236 people of Valmiki society saddened by Hathras scandal adopted Buddhism in Karhera of Ghaziabad
बौद्ध धर्म वाल्मीकि समाज करहेड़ा गाजियाबाद हाथरस कांड वाल्मीकि समाज के लोगों ने अपना बौद्ध धर्म बौद्ध धर्म की दीक्षा हाथरस कांड से दुखी हो करवाया धर्म परिवर्तन Conversion of religion caused by Hathras Conversion of religion due to Hathras Conversion of religion in ghaziabad राजरत्न अंबेडकर Rajratna Ambedkar बाबा साहब अंबेडकर के पड़पोते राजरत्न गाजियाबाद में धर्म परिवर्तन Proselytization in Ghaziabad Karhera of Ghaziabad Karhera करहेड़ा
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Published : Oct 20, 2020, 7:03 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद : हाथरस कांड से आहत होकर वाल्मीकि समाज के 50 परिवारों के 236 लोगों ने बौद्ध धर्म अपना लिया है. मामला गाजियाबाद के करहेड़ा इलाके का है. जानकारी के अनुसार 14 तारीख को इलाके में रहने वाले वाल्मीकि समाज के 236 लोग एकजुट हुए और उन्होंने बाबा साहब आंबेडकर के पड़पोते राजरत्न अंबेडकर की मौजूदगी में बौद्ध धर्म की दीक्षा ली.

वीडियो रिपोर्ट

इन परिवारों का कहना है कि ये हाथरस कांड से काफी ज्यादा आहत हुए हैं. यही नहीं, बौद्ध धर्म अपनाने वाले वाल्मीकि समाज के लोगों का आरोप है कि लगातार आर्थिक तंगी से जूझने के बावजूद, इनकी कहीं सुनवाई नहीं होती है. इन लोगों ने आरोप लगाया कि हर जगह इनकी अनदेखी की जाती है. अब बीती 14 तारीख का वो वीडियो भी सामने आया है, जिसमें राजरत्न आंबेडकर इन लोगों को बौद्ध धर्म की शिक्षा दे रहे हैं. इसी दौरान इन लोगों ने बौद्ध धर्म को अपना लिया.

अन्य परिवारों से भी हो रही बात

संबंधित समाज के लोगों का कहना है कि उनके समाज से जुड़े अन्य परिवारों से भी उनकी बात चल रही है और 2 तारीख के बाद अन्य परिवार भी बौद्ध धर्म की दीक्षा लेंगे. वाल्मीकि समाज के लोगों ने अपने साथ लगातार अन्याय होने का आरोप लगाया है. लोगों का कहना है कि हाथरस की बेटी का शव पुलिस ने क्यों जला दिया, क्यों परिवार को बेटी के अंतिम दर्शन तक नहीं करने दिए गए, क्या यह अन्याय नहीं है.

एलआईयू ले रहा जानकारी

बताया जा रहा है कि पूरे मामले की जानकारी एलआईयू भी ले रहा है और सूत्रों के मुताबिक प्रशासन को भी इस बारे में अवगत कराया गया है. हालांकि प्रशासन की तरफ से भी मामले पर कोई जवाब नहीं आया है. जाहिर सी बात है कि मामला सामने आने के बाद मामले पर राजनीति गरमा सकती है.

नई दिल्ली/गाजियाबाद : हाथरस कांड से आहत होकर वाल्मीकि समाज के 50 परिवारों के 236 लोगों ने बौद्ध धर्म अपना लिया है. मामला गाजियाबाद के करहेड़ा इलाके का है. जानकारी के अनुसार 14 तारीख को इलाके में रहने वाले वाल्मीकि समाज के 236 लोग एकजुट हुए और उन्होंने बाबा साहब आंबेडकर के पड़पोते राजरत्न अंबेडकर की मौजूदगी में बौद्ध धर्म की दीक्षा ली.

वीडियो रिपोर्ट

इन परिवारों का कहना है कि ये हाथरस कांड से काफी ज्यादा आहत हुए हैं. यही नहीं, बौद्ध धर्म अपनाने वाले वाल्मीकि समाज के लोगों का आरोप है कि लगातार आर्थिक तंगी से जूझने के बावजूद, इनकी कहीं सुनवाई नहीं होती है. इन लोगों ने आरोप लगाया कि हर जगह इनकी अनदेखी की जाती है. अब बीती 14 तारीख का वो वीडियो भी सामने आया है, जिसमें राजरत्न आंबेडकर इन लोगों को बौद्ध धर्म की शिक्षा दे रहे हैं. इसी दौरान इन लोगों ने बौद्ध धर्म को अपना लिया.

अन्य परिवारों से भी हो रही बात

संबंधित समाज के लोगों का कहना है कि उनके समाज से जुड़े अन्य परिवारों से भी उनकी बात चल रही है और 2 तारीख के बाद अन्य परिवार भी बौद्ध धर्म की दीक्षा लेंगे. वाल्मीकि समाज के लोगों ने अपने साथ लगातार अन्याय होने का आरोप लगाया है. लोगों का कहना है कि हाथरस की बेटी का शव पुलिस ने क्यों जला दिया, क्यों परिवार को बेटी के अंतिम दर्शन तक नहीं करने दिए गए, क्या यह अन्याय नहीं है.

एलआईयू ले रहा जानकारी

बताया जा रहा है कि पूरे मामले की जानकारी एलआईयू भी ले रहा है और सूत्रों के मुताबिक प्रशासन को भी इस बारे में अवगत कराया गया है. हालांकि प्रशासन की तरफ से भी मामले पर कोई जवाब नहीं आया है. जाहिर सी बात है कि मामला सामने आने के बाद मामले पर राजनीति गरमा सकती है.

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