नई दिल्ली/गाजियाबाद: जिले में मास्क और सैनिटाइजर के रेट में भारी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. इसकी वजह है कोरोना वायरस का खतरा. मार्केट में मास्क और सैनिटाइजर की सप्लाई कम होने के कारण कीमतों में भारी बहुत बढ़ोतरी ही रही है. हाल ये है कि फेस मास्क दुकानदार दुगनी कीमत में और सैनिटाइजर प्रिंट रेट से अधिक कीमत में बेच रहे है.
जिला प्रशासन कर रहा है कार्रवाई
मामला जिला प्रशासन के संज्ञान में आने के बाद टीम गठित कर दवाई की दुकानों पर छापेमारी कर कार्रवाई कर रहा है. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने गाजियाबाद के सिटी मजिस्ट्रेट शिव प्रताप शुक्ला से बातचीत की. सिटी मजिस्ट्रेट शिव प्रताप शुक्ला ने बताया कि जिलाधिकारी की ओर से प्रत्येक तहसील में टीमों का गठन किया गया है, जो कि आम आदमी की तरह दवाई की दुकानों पर जाकर जायजा ले रही हैं कि क्या दुकानदार प्रिंट रेट से अधिक दामों पर फेस मास्क और सैनिटाइजर की बिक्री कर रहे हैं.
2 दूकानदारों के लाइसेंस रद्द
उन्होंने बताया कि अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान 2 दुकानदार प्रिंट रेट से अधिक पर फेस मास्क बेचते रंगे हाथों पकड़े गए. जिसके बाद तत्काल प्रभाव से दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई कर उनके लाइसेंस के निलंबन की कार्रवाई ड्रग इंस्पेक्टर की ओर से की गई है.
सिटी मजिस्ट्रेट शिव प्रताप शुक्ला ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से मेडिकल उत्पाद विक्रेताओं की एसोसिएशन को संदेश भेजा गया है कि यदि कोई दुकानदार फेस मास्क और सैनिटाइजर नकली या फिर अधिक दामों पर बेचता पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
ड्रग इंस्पेक्ट्रो द्वारा मेडिकल स्टोर मालिकों से शपथ पत्र भरवाया गया है कि फेस मास्क और सेनीटाइजर के स्टॉक को डिस्प्ले करेंगे और ओवररेट नहीं बेचेंगे.