ETV Bharat / city

फरीदाबाद जिला शिक्षा कार्यालय में 10 साल बाद खुले कमरे और फिर हुआ कुछ ऐसा - फरीदाबाद किताब चुहे कुतर गए

फरीदाबाद शिक्षा विभाग कार्यालय के बंद कमरों में किताबों के बंडल, कुर्सी और मेज एक दशक से बंद पड़े थे. वर्तमान शिक्षा अधिकारी ने जब इन कमरों को खुलवाया तो हैरान रह गई. कई बंडल किताबों को चुहों ने कुतर दिया था.

faridabad district education office  books bundle found closed rooms  rats eat books in closed rooms  faridabad news  फरीदाबाद जिला शिक्षा कार्यालय  किताब बंडल मिले बंद कमरे में  फरीदाबाद किताब चुहे कुतर गए  फरीदाबाद न्यूज
फरीदाबाद जिला शिक्षा कार्यालय
author img

By

Published : Mar 20, 2021, 7:09 PM IST

नई दिल्ली/फरीदाबाद : जिला शिक्षा कार्यालय में एक दशक से अधिकारियों की लापरवाही की पोल खुली है. 10 साल पहले जिला लाइब्रेरी के लिए मंगाई गईं किताबों के बंडल, कुर्सी, मेज एक कमरे में बंद कर दिए गए और आज तक उन्हें नहीं खोला गया.

फरीदाबाद जिला शिक्षा कार्यालय

चुहों ने कुतर दिए किताब

इस दौरान किताबों के साथ सारा सामान चूहों ने कुतर दिया, लेकिन किसी अधिकारी ने बंद कमरों की तरफ ध्यान नहीं दिया. वर्तमान शिक्षा अधिकारी ने इन कमरों को खुलवाया तो पता चला कि लाखों रुपये खर्च कर जिन कामों के लिए ये सामना मंगवाया गया था, उनका इस्तेमाल ही नहीं किया गया, न ही उन्हें सही जगह पहुंचाया गया.

ये भी पढ़ें- ब्लड क्लॉट को मैनेज कर कोविशील्ड वैक्सीन को प्रभावी बनाया जाए

स्कूलों में पहुंचाया जाएगा सामान

शिक्षा अधिकारी रितु चौधरी का कहना है कि हैरानी की बात है कि जो सामान स्कूलों में होना चाहिए, वह कमरों में बंद है. इस मुद्दे को एनबीटी पहले भी उठा चुका है, तब भी अफसरों ने ध्यान नहीं दिया. अब एक कमरे को खोला गया तो उसमें मेज, कुर्सी और किताब है. अभी एक कमरे को और खोलना है. उसमें भी सामान रखा हुआ है. यह सामान जरूरत के मुताबिक स्कूलों में पहुंचाया जाएगा. किताबें लाइब्रेरी में रखवाई जाएंगी.

ये भी पढ़ें- फतेहाबाद के विधायक दुडा राम ने कोरोना वैक्सीन लगवाई

लापरवाही और चोरी की होगी जांच

रितु चौधरी ने कहा कि आज तक किसी भी अधिकारी ने इन कमरों को खोलने की जहमत नहीं उठाई. वहीं ये भी पता चला है कि कुछ पुराने अधिकारी और कर्मचारी कमरों में से सामान निकाल कर अपने घर ले गए. इसकी जांच भी की जाएगी.

ये भी पढ़ें: 'घर-घर राशन योजना' को लेकर बोले नेता प्रतिपक्ष, "केंद्र की योजना को अपना बता रहे सीएम"

नई दिल्ली/फरीदाबाद : जिला शिक्षा कार्यालय में एक दशक से अधिकारियों की लापरवाही की पोल खुली है. 10 साल पहले जिला लाइब्रेरी के लिए मंगाई गईं किताबों के बंडल, कुर्सी, मेज एक कमरे में बंद कर दिए गए और आज तक उन्हें नहीं खोला गया.

फरीदाबाद जिला शिक्षा कार्यालय

चुहों ने कुतर दिए किताब

इस दौरान किताबों के साथ सारा सामान चूहों ने कुतर दिया, लेकिन किसी अधिकारी ने बंद कमरों की तरफ ध्यान नहीं दिया. वर्तमान शिक्षा अधिकारी ने इन कमरों को खुलवाया तो पता चला कि लाखों रुपये खर्च कर जिन कामों के लिए ये सामना मंगवाया गया था, उनका इस्तेमाल ही नहीं किया गया, न ही उन्हें सही जगह पहुंचाया गया.

ये भी पढ़ें- ब्लड क्लॉट को मैनेज कर कोविशील्ड वैक्सीन को प्रभावी बनाया जाए

स्कूलों में पहुंचाया जाएगा सामान

शिक्षा अधिकारी रितु चौधरी का कहना है कि हैरानी की बात है कि जो सामान स्कूलों में होना चाहिए, वह कमरों में बंद है. इस मुद्दे को एनबीटी पहले भी उठा चुका है, तब भी अफसरों ने ध्यान नहीं दिया. अब एक कमरे को खोला गया तो उसमें मेज, कुर्सी और किताब है. अभी एक कमरे को और खोलना है. उसमें भी सामान रखा हुआ है. यह सामान जरूरत के मुताबिक स्कूलों में पहुंचाया जाएगा. किताबें लाइब्रेरी में रखवाई जाएंगी.

ये भी पढ़ें- फतेहाबाद के विधायक दुडा राम ने कोरोना वैक्सीन लगवाई

लापरवाही और चोरी की होगी जांच

रितु चौधरी ने कहा कि आज तक किसी भी अधिकारी ने इन कमरों को खोलने की जहमत नहीं उठाई. वहीं ये भी पता चला है कि कुछ पुराने अधिकारी और कर्मचारी कमरों में से सामान निकाल कर अपने घर ले गए. इसकी जांच भी की जाएगी.

ये भी पढ़ें: 'घर-घर राशन योजना' को लेकर बोले नेता प्रतिपक्ष, "केंद्र की योजना को अपना बता रहे सीएम"

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.