नई दिल्ली/नूंह: कोरोना महामारी में शुरुआती कुछ महीनों में प्रदेश में सबसे ज्यादा पॉजिटिव केस पाए जाने वाले जिले में कोरोना संक्रमण कम्युनिटी में किस हद तक फैला और लोगों में कोरोना संक्रमण से लड़ने की शरीर में प्रतिरोधक क्षमता कितनी है, इसे जांचने के लिए सीरो सर्विलांस प्रोग्राम शुरू किया जाएगा.
इससे एलाइजा किट की मदद से जिलेभर से तकरीबन 882 सैंपल लेकर स्वास्थ्य विभाग नूंह ने जांच के लिए भेज दिए हैं. डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. अरविंद कुमार ने कहा कि पहले ये टेस्ट 13-14 अगस्त को किए जाने थे, लेकिन ऐप में तकनीकी समस्या आने की वजह से ये है टेस्ट 20 अगस्त 22 अगस्त तक गए हैं.
महज ढाई दिन में स्वास्थ्य विभाग नूंह की टीम ने 882 सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए हैं. डॉ. अरविंद कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग नूंह को एंटीबॉडीज जांचने के लिए 10 किट मिले थे. एक किट में 100 टेस्ट किट होते हैं. जिले भर से करीब 880 लोगों के सैंपल लेकर उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेजनी थी. ऐसा राज्य ही नहीं बल्कि देशभर के सभी जिलों में किया जा रहा है.
डॉ. अरविंद कुमार ने बताया कि इसके बाद इस बात का पता लगाया जा सकेगा कि जिन लोगों में कोरोना हुआ और बिना पॉजिटिव आए या बिना पता चले ही वे ठीक हो गए हैं और उनमें एंटीबॉडी किस हद तक बनी. इस जांच के लिए के बाद यह पूरी तरह से साफ हो गया हो जाएगा.
दरअसल शुरुआती क्षणों में कम लोगों के सैंपल लिए गए थे. बहुत से लोगों में कोरोना के लक्षण दिखाई भी नहीं दिए, इसी बात को जांचने के लिए अब एलाइजा किट से टेस्टिंग की जा रही है. सूत्रों से पता चला है जिले में तकरीबन 18 प्रतिशत लोगों में एंटीबॉडी मिली है.