नई दिल्ली/पलवल: जिले के सभी ब्लॉकों में रविवार को जगह-जगह पर सर्व कर्मचारी संघ द्वारा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इन कर्मचारियों की मांग है की जो पीटीआई निकाले गए हैं उनको वापिस लिया जाए. कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाए.
कर्मचारी संघ के ब्लॉक प्रधान देवेंद्र कुमार ने बताया कि सरकार कोरोना जैसी महामारी की आड़ में संघ के आग्रह को ठुकराते हुए मनमर्जी श्रम कानूनों को पूंजीपतियों के सिए समाप्त करने में लगी है.
उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार ने पीटीआई अध्यापकों को बाहर कर दिया है तो दूसरी ओर रेल विभाग को निजी हाथों में सौंप दिया है. सरकार सभी विभागों में लगे कच्चे कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाना चाह रही है.
उन्होंने बताया कि बिजली और प्रतिरक्षा जैसे अति आवश्यक विभागों सहित सभी पीएसयू को निजीकरण के लिए खोल दिया है. जंग के मैदान में केवल सरकारी ढांचा और उसमें काव्यगत कर्मचारी ही बिना पर्याप्त सुरक्षा उपकरणों को अपनी जान की परवाह किए बिना डटे हुए हैं.
उन्होंने कहा की कई बार इस बारे में उनके नेता मुख्यमंत्री और गृह मंत्री से मिल चुके हैं, लेकिन अभी तक सरकार का कर्मचारियों के प्रति रुख ठीक नहीं है. उन्होंने बताया की आज सरकार बिजली विभाग के कर्मचारियों के साथ भी धोखा कर रही है, क्योंकि सरकार ने चुनाव के समय कर्मचारियों से कहा था की बिजली विभाग को निजी हाथों में सौंपना चाहती है. जिसको लेकर उन्होंने ये विरोध प्रदर्शन किया है.