नई दिल्ली/पलवल: वैश्विक महामारी कोविड-19 को लेकर लगाए गए लॉकडाउन में प्रवासी श्रमिकों और जरूरतमंद लोगों को पका हुआ भोजन उपलब्ध करवाने के उद्देश्य को लेकर पलवल जिले में रोटी बैंक शुरू किया गया.
रोटी बैंक के से प्रतिदिन 700 जरूरतमंद लोगों को पका हुआ भोजना उपलब्ध करवाया जा रहा है. अभी तक करीब 12 हजार लोगों को घर का पका हुआ भोजना उपलब्ध करवाया गया है. खास बात यह है कि पका हुआ भोजना शहर के विभिन्न घरों से एकत्रित किया जाता है और उसके बाद में श्यामा कुंज में गरीब व जरूरतमंद लोगों को ये भोजना दिया किया जाता है.
रोटी बैंक के बारे में जानकारी देते हुए समाजसेवी एवं पार्षद मोहित गोयल ने बताया कि लॉकडाउन के चलते गरीब लोगों तक भोजना नहीं पहुंच पा रहा था. जिले में कोई भी व्यक्ति भूखा ना सोए इसको लेकर उनके मन में विचार आया और अपने साथियों के साथ मिलकर विचार विमर्श किया.
साथियों ने अपना सहयोग देने पर उन्होंने शहर के घरों से पका हुआ भोजना लेकर गरीबों में बांटना शुरू कर दिया. शुरूआत में थोडी परेशानी आई लेकिन उनका हौसला टूटा नहीं. फोन पर लोगों से संर्पक किया और एक टीम तैयार कर घरों में बना हुआ खाना एकत्रित करना शुरू कर दिया. उस खाने को पहले तो लोगों के घरों व अन्य स्थानों पर जाकर बांटना शुरू किया. उसके बाद में श्यामा कुंज में रोटी बैंक बना दिया.
रोटी बैंक में पहले दिन 127 लोगों को घर का पका हुआ खाना बांटा गया. धीरे-धीरे लोगों को रोटी बैंक और घर पर पके हुए खाने के बारे में पता चला. अब प्रतिदिन करीब 700 लोगों को ये खाना निशुल्क उपलब्ध करवाया जा रहा है.